नालंदा:नालंदा जिले के सोहसराय थाना क्षेत्र अंतर्गत छोटी पहाड़ी मोहल्ले (death due to Poisonous Liquor in Chhoti pahari nalanda) में जहरीली शराब से पति की मौत (Poisonous Liquor in Nalanda) के बाद डिप्रेशन में चल रही पत्नी ने घर में फांसी लगाकर खुदकुशी (woman commit suicide in Nalanda) कर ली. मृतका की पहचान स्वर्गीय दीपक पासवान की पत्नी सावित्री देवी के रूप में हुई है. माता-पिता की मौत के बाद अब एक साल का मासूम बच्चा अनाथ हो गया है.
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जहरीली शराब से पति की हुई थी मौत: गौरतलब है कि पिछले 16 जनवरी को छोटी पहाड़ी इलाके में जहरीली शराब कांड हुई थी. जिसमें अब तक कुल 14 लोगों की मौत हो चुकी है. इसी जहरीली शराब कांड में सावित्री देवी के पति दीपक पासवान की भी मौत हुई थी. दीपक की मौत के बाद पत्नी सावित्री देवी लगातार तनाव में चल रही थी. पति की मौत के तुरंत बाद ही पत्नी सावित्री देवी के द्वारा कई बार आत्महत्या का प्रयास भी किया गया था.
पत्नी ने की आत्महत्या: घटना के संबंध में परिजनों ने बताया कि सावित्री देवी अपने बच्चे के साथ घर में अकेली थी. बिजली बिल जमा करने के लिए सावित्री देवी की सास बिजली ऑफिस गई हुए थी. तभी घर में खुद को अकेला पाकर सावित्री ने पंखे के सहारे फंदे से लटककर जान दे दी. घर के सदस्य जब वापस लौट कर आए तो घर के बाहर का दरवाजा बंद था. बगल के घर से जब खिड़की से झांककर देखा तो सावित्री देवी फंदे से झूल रही थी. पुलिस का कहना है कि पति की मौत के बाद पत्नी अवसाद में चल रही थी. शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है.
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वार्ड पार्षद ने कहा: घटना के संबंध में स्थानीय वार्ड पार्षद अजय पासवान ने बताया कि सावित्री देवी के द्वारा अपनी सास को बिजली बिल जमा कराने को लेकर बाहर भेज दिया गया था. घर में कोई भी मौजूद नहीं था. इसका फायदा उठाते हुए सावित्री देवी ने आत्महत्या कर ली. महिला इससे पहले भी कई बार खुदकुशी की कोशिश कर चुकी थी.
क्या है पूरा मामला: दरअसल नालंदा में 15 जनवरी को 8 लोगों की संदिग्ध मौत (Suspicious death of many people in Nalanda) हो गई थी, जबकि कुछ की हालत गंभीर थी. बाद में मौत का आंकड़ा बढ़कर 14 हो गया. मृतक के परिजनों ने आरोप लगाते हुए कहा था कि सभी की मौत जहरीली शराब पीने से हुई , जबकि इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई. हालांकि छोटी पहाड़ी इलाके में लगातार छापेमारी अभियान भी चलाया गया था.
बिहार में शराबंदी: बिहार में 5 अप्रैल 2016 से पूर्ण शराबबंदी (Liquor Ban in Bihar) है. इसके बाद भी राज्य में लगातार जहरीली शराब (Poisonous Liquor Case) के मामले सामने आ रहे हैं. जहरीली शराब से मौत का मामला थमने का नाम नहीं ले रहा है. बीते दिनों कई लोगों की संदिग्ध मौत ने प्रशासन पर गंभीर सवाल उठाए थे. भागलपुर जिले में 22 लोगों की संदिग्ध मौत हुई है. बांका में भी 13 लोगों की संदिग्ध मौत हो चुकी है. वहीं मधेपुरा जिले के मुरलीगंज थाना क्षेत्र में एक ही गांव के कई लोग बीमार पड़ गए. जिसमें अब तक तीन लोगों की मौत हो गई. सिवान में भी तीन लोगों की जहरीली शराब पीने से मौत की खबरें सामने आ चुकी हैं.
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