नालंदाः जिले में इन दिनों विद्युत विभाग (Electrical Department) की लापरवाही के कारण लोगों की मौत (death of people) हो रही है. खासकर खेतों में काम करने वाले किसान इसके ज्यादा शिकार हो रहे हैं. बीते 24 घंटे के दौरान अलग-अलग हादसे में दो व्यक्ति और एक बच्ची की मौत हो गयी.
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जिले के नूरसराय थाना क्षेत्र के खेवन बीघा निवासी स्वर्गीय दुलारचंद रजक के 55 वर्षीय पुत्र नंदलाल रजक की मौत करंट की चपेट में आने से हो गई. घटना के संबंध में परिजनों ने बताया कि नंदलाल रजक अपने खेतों की ओर फसल को देखने के लिए गए थे. समय अधिक हो जाने के बाद भी नंदलाल रजक घर नहीं लौटे. जिसके बाद परिजन उनकी खोजबीन में जुट गए. अंधेरा होने के कारण अधेड़ का कहीं भी अता पता नहीं चल पाया.
सुबह जब फिर से खोजबीन शुरू की गई तो नंदलाल रजक का शव 11 हजार के विद्युत तार पर पड़ा हुआ था. तब जाकर घटना का खुलासा हुआ. करंट से मौत की सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए सदर अस्पताल भेज दिया.
वहीं दूसरी घटना थरथरी थाना क्षेत्र के गवसपुर गांव में हुई. जहां शौच करने गए एक अधेड़ पहले से गिरे 440 वोल्ट के विद्युत तार की चपेट में आ गए. घटना का खुलासा उस वक्त हुआ जब खेत की ओर गई महिला ने अधेड़ का शव देखा. जिसके बाद सीताराम पासवान के परिजनों को इसकी सूचना दी गई. सूचना के बाद स्थानीय पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए सदर अस्पताल भेज दिया.
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तीसरी घटना जिले के सिलाव की है. जहां करंट लगने से 11 वर्षीय बच्ची की मौत हो गयी. ग्रामीण क्षेत्रों में विद्युत तारों के लुंज पुंज रहने के कारण आए दिन किसान उसकी चपेट में आते हैं. बावजूद विद्युत विभाग इस ओर कोई ठोस कदम नहीं उठा रहा है.