नालंदाः बिहार के नालंदा में उच्च माध्यमिक विद्यालय वेना में पढ़ने गए एक छात्र (Student Died Falling From Stairs At school In Nalanda) की खेलने के दौरान सीढ़ियों से गिरकर मौत हो गई. घटना की जानकारी मिलते ही स्कूल में लोगों की भीड़ इकट्ठा हो गई. पूरे गांव में सन्नाटा छा गया. वहीं, सूचना के बाद पुलिस ने स्कूल में पहुंचकर मामले की जानकारी ली और मामले की जांच में जुट गई. घटना वेना थाना क्षेत्र (Vena Police Station) के मोरा गांव की है.
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चौथी क्लास में पढ़ता था छात्रः बताया जाता है कि घटना के बाद छात्र को आनन-फानन में पीएचसी में भर्ती किया गया. जहां उसे डॉक्टर्स ने मृत घोषित कर दिया. मृत छात्र की पहचान विकास कुमार 15 साल पिता श्रवण दास के रूप में हुई है. जो चौथी क्लास में पढ़ता था, मौत की सूचना मिलते ही परिजन स्कूल में आकर हंगामा करने लगे. हंगामा की सूचना मिलते ही वेना थाना पुलिस और प्रखंड विकास पदाधिकारी लक्ष्मण कुमार ने मौके पर पहुंच कर आक्रोशित लोगों को शांत कराया. परिजनों ने शव का पोस्टमॉर्टम भी नहीं कराया.
"छात्र रोज की तरह आज भी पढ़ने के लिए स्कूल आया था. जब स्कूल में टिफिन के समय बच्चा खेलने के लिए छत पर गए हुए थे. उसी दौरान सीढ़ियों पर से उतरने के दौरान बच्चे ने अपना नियंत्रण खो दिया और सीढ़ियों पर से लुढ़कते हुए नीचे आ गया. जिस के बाद इलाज के लिए उसे पीएचसी में भर्ती किया गया. जहां उसे मृत घोषित कर दिया गया"- रामाकांत पासवान, विद्यालय के प्राचार्य
पीएचसी में इलाज के दौरान मौतः घटना के संबंध में थानाध्यक्ष मुकेश कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि इस संबंध में किसी ने लिखित शिकायत नहीं की है. शिकायत मिलने पर कार्रवाई की जाएगी. परिजन ने शव का पोस्टमार्टम नहीं कराया है. स्थानीय प्रतिनिधियों द्वारा कबीर अंत्योष्टि के तहत परिजनों को राशि भी दी गई.
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स्कूल के पास आने जाने से डरते हैं लोगः वहीं, कुछ लोग विद्यालय के आस पास हुए कई तरह के हादसे को लेकर तरह तरह की चर्चा कर रहे हैं. ग्रामीणों का कहना है कि छात्र इतनी ऊंचाई से नहीं गिरा था, जिससे कि उसकी मौत हो जाए. छात्र की मौत कैसे हुई है, यह जांच का विषय है. फिलहाल इस घटना के बाद स्थानीय ग्रामीण तरह-तरह के कयास लगा रहे हैं. कुछ महिलाओं ने तो यहां तक कहा कि यह मौत स्वभाविक नहीं है, किसी भूत-प्रेत का प्रकोप है. क्योंकि स्कूल के आसपास पहले भी कई तरह की भूतों से जुड़ी घटनाएं घट चुकी हैं. ग्रामीणों के अनुसार यहां पर धान रोपने आए मजदूरों के साथ भी कुछ घटनाएं घटी थी. इसके बाद शाम ढलते ही स्कूल के पास आने-जाने से लोग डरते हैं.