नालंदा: बिहार के नालंदा जिला मुख्यालय के बिहारशरीफ को अब स्मार्ट सिटी की तर्ज पर यातायात व्यवस्था को लैस कर दिया (Traffic System Equipped with Modern Facilities) गया है. शहर में लोगों को जाम की समस्याओं से निजात दिलाने के लिए यातायात पुलिस को बॉडी वॉर्न कैमरा व स्पीड रडार गन से लैस किया (Speed Gun Installed In Biharsharif) गया है. शहर में अब ट्रैफिक नियमों का उल्लंघन करने वालों पर यातायात पुलिस की पैनी नजर है.
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जिले में यह पहला मौका है, जब पुलिस की वर्दी में ही CCTV कैमरे मौजूद रहेंगे. इस कारण यातायात नियमों का उल्लंघन करने वाले जुर्माना से नहीं बच पाएंगे. वहीं, ड्यूटी पर तैनात जवान द्वारा चालान काटने के बजाय अवैध वसूली पर भी लगाम लगेगी. जबकि, स्पीड रडार गन के माध्यम से वाहनों की गति 500 मीटर दूर से मापी जा सकेगी. अधिक गति वाले चालकों का चालान काटा जाएगा. कैमरे के जरिए वाहन चालकों पर नजर रखी जा रही है.
'स्पीड रडार गन से दुर्घटनाओं में हो रही वृद्धि के मद्देनजर पुलिस मुख्यालय द्वारा उपलब्ध कराया गया है. निर्धारित सीमा से ज्यादा गति से वाहन चलाने वालों पर नजर रहेगी, ताकि वे नियंत्रित स्पीड में गाड़ी चलायें. नियमों का उल्लंघन करने वालों का चालाना काटा जाएगा. :- अरुण कुमार, यातायात डीएसपी नालंदा
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बता दें कि बॉडी वार्न कैमरों में ट्रैफिक पुलिस कर्मी व वाहन चालक की हर गतिविधि की रिकॉर्डिंग हो सकेगी. ये कैमरे मिलने से यातायात पुलिसकर्मियों को सहायता मिलेगी. वहीं यातायात अधिकारियों को अपने जवानों पर पैनी नजर रखने में काफी सहूलियत होगी. किसी ने अभद्रता की तो पूरी फुटेज कैमरे में कैद हो जाएगी. इसके आधार पर ट्रैफिक पुलिस कार्रवाई करेगी. कैमरा लगाने का मकसद अनुशासन के साथ भ्रष्टाचार से मुक्त पुलिस बनाना है.
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