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भारत नवनिर्माण सेना ने गिरती शिक्षा व्यवस्था के विरोध में निकाला आक्रोश मार्च - बिहार में सरकारी विद्यालयों की स्थिति

भारत नवनिर्माण सेना की तरफ से 5 सूत्री मांगों को लेकर एक ज्ञापन सौंपा गया है. प्रदर्शन के दौरान आक्रोशित लोगों ने सरकार के विरोध में नारे भी लगाए.

आक्रोश मार्च
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Published : Oct 19, 2019, 7:59 PM IST

नालंदा: सरकारी विद्यालयों में गिरती शिक्षा व्यवस्था और निजी विद्यालयों की मनमानी के विरोध में शनिवार को भारत नवनिर्माण सेना ने एक जन आक्रोश मार्च निकाला. ये मार्च शहर के श्रम कल्याण केंद्र के मैदान से निकाला गया. जो शहर के विभिन्न मार्गो से होते हुए समाहरणालय तक पहुंचा, जहां नालंदा के जिलाधिकारी को 5 सूत्री मांगों को लेकर एक ज्ञापन सौंपा गया.

आक्रोश मार्च निकाला
आक्रोश मार्च के दौरान बताया गया कि बिहार में सरकारी विद्यालयों की स्थिति दिन-प्रतिदिन बदतर होती जा रही है, जिसके कारण कोई भी अभिभावक अपने बच्चों को सरकारी विद्यालय में नहीं भेजना चाहते हैं. वहीं, दूसरी ओर निजी विद्यालयों में गलत तरीके से अभिभावकों को कभी ड्रेस के नाम पर, तो कभी किताबों के नाम पर, तो कभी री एडमिशन के नाम पर लूटने का काम किया जा रहा है.

गिरती शिक्षा व्यवस्था के विरोध में निकाला आक्रोश मार्च

सरकार के खिलाफ लगाए गए नारे
भारत नवनिर्माण सेना की तरफ से 5 सूत्री मांगों को लेकर एक ज्ञापन सौंपा गया है. प्रदर्शन के दौरान आक्रोशित लोगों ने सरकार के विरोध में नारे भी लगाए. निजी विद्यालयों में किए जा रहे मनमानी और सरकारी विद्यालयों में पठन-पाठन नहीं होने को लेकर सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया.

क्या है 5 सूत्री मांग:

  • सरकारी विद्यालयों के शिक्षकों को पठन-पाठन के अलावा अन्य कार्यों में नहीं लगाया जाए.
  • सरकारी विद्यालयों में पढ़ाई की गुणवत्ता में सुधार के लिए कोई ठोस कदम उठाए जाएं.
  • निजी विद्यालयों में मनमानी फीस वसूली पर रोक लगे.
  • निजी विद्यालयों की संख्या सीमित की जाए.
  • सुबह 9 बजे से शाम 4 बजे तक कोचिंग संचालन पर पाबंदी लगे.

नालंदा: सरकारी विद्यालयों में गिरती शिक्षा व्यवस्था और निजी विद्यालयों की मनमानी के विरोध में शनिवार को भारत नवनिर्माण सेना ने एक जन आक्रोश मार्च निकाला. ये मार्च शहर के श्रम कल्याण केंद्र के मैदान से निकाला गया. जो शहर के विभिन्न मार्गो से होते हुए समाहरणालय तक पहुंचा, जहां नालंदा के जिलाधिकारी को 5 सूत्री मांगों को लेकर एक ज्ञापन सौंपा गया.

आक्रोश मार्च निकाला
आक्रोश मार्च के दौरान बताया गया कि बिहार में सरकारी विद्यालयों की स्थिति दिन-प्रतिदिन बदतर होती जा रही है, जिसके कारण कोई भी अभिभावक अपने बच्चों को सरकारी विद्यालय में नहीं भेजना चाहते हैं. वहीं, दूसरी ओर निजी विद्यालयों में गलत तरीके से अभिभावकों को कभी ड्रेस के नाम पर, तो कभी किताबों के नाम पर, तो कभी री एडमिशन के नाम पर लूटने का काम किया जा रहा है.

गिरती शिक्षा व्यवस्था के विरोध में निकाला आक्रोश मार्च

सरकार के खिलाफ लगाए गए नारे
भारत नवनिर्माण सेना की तरफ से 5 सूत्री मांगों को लेकर एक ज्ञापन सौंपा गया है. प्रदर्शन के दौरान आक्रोशित लोगों ने सरकार के विरोध में नारे भी लगाए. निजी विद्यालयों में किए जा रहे मनमानी और सरकारी विद्यालयों में पठन-पाठन नहीं होने को लेकर सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया.

क्या है 5 सूत्री मांग:

  • सरकारी विद्यालयों के शिक्षकों को पठन-पाठन के अलावा अन्य कार्यों में नहीं लगाया जाए.
  • सरकारी विद्यालयों में पढ़ाई की गुणवत्ता में सुधार के लिए कोई ठोस कदम उठाए जाएं.
  • निजी विद्यालयों में मनमानी फीस वसूली पर रोक लगे.
  • निजी विद्यालयों की संख्या सीमित की जाए.
  • सुबह 9 बजे से शाम 4 बजे तक कोचिंग संचालन पर पाबंदी लगे.
Intro:नालंदा। सरकारी विद्यालय में गिरते शिक्षा व्यवस्था एवं निजी विद्यालयों द्वारा किया जा रहा है मनमानी के विरोध में आज भारत नवनिर्माण सेना के द्वारा एक जन आक्रोश मार्च निकाला गया। यह जन आक्रोश मार्च शहर के श्रम कल्याण केंद्र के मैदान से निकाला गया जो कि विभिन्न मार्गो से होते हुए समाहरणालय पहुंचा, जहां नालंदा के जिलाधिकारी को 5 सूत्री मांगों को लेकर एक ज्ञापन भी सौंपा गया। आक्रोश मार्च के दौरान बताया गया कि बिहार में सरकारी विद्यालयों की स्थिति दिन-प्रतिदिन बदतर होती जा रही है, जिसके कारण कोई भी अभिभावक अपने बच्चों को सरकारी विद्यालय में भेजना नहीं चाहते। वहीं दूसरी ओर निजी विद्यालयों द्वारा अप्रत्यक्ष रूप से अभिभावकों को कभी ड्रेस के नाम पर, तो कभी किताब के नाम पर, तो कभी री एडमिशन के नाम पर लूटने का काम कर रहे हैं।


Body:दिए गए ज्ञापन में सरकारी विद्यालयों के शिक्षकों को पठन-पाठन के अलावा अन्य कार्यों में नहीं लगाने, सरकारी विद्यालयों में पढ़ाई के गुणवत्ता में सुधार के लिए कोई ठोस कदम उठाने, निजी विद्यालयों द्वारा मनमानी फीस वसूली पर रोक लगाने, निजी विद्यालयों की संख्या सीमित करने, सुबह 9 बजे से शाम 4 बजे तक कोचिंग संचालन पर पाबंदी लगाने की मांग की गई। प्रदर्शन के दौरान आक्रोशित लोगों ने सरकार के विरोध में नारे भी लगाए। निजी विद्यालयों द्वारा किए जा रहे मनमानी और सरकारी विद्यालयों में पठन-पाठन नहीं होने को लेकर सरकार के खिलाफ नारे लगाए।
बाइट। दिलीप कुमार, अध्यक्ष भारत नवनिर्माण सेना


Conclusion:
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