नालन्दा: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने विधानसभा चुनाव को देखते हुए दलित महादलित वोटरों को लुभाने के लिए ट्रंप कार्ड फेका है. इसमें एससी एसटी की हत्या होने पर उनके परिवार को एक नौकरी देने का निर्णय लिया गया है. इस फैसले के आते ही ही नुरसराय थाना क्षेत्र इलाके के परिऔना गांव में नौकरी पाने के लिए एक 40 वर्षीय व्यक्ति की हत्या कर दी गई.
इलाके में फैली है सनसनी
घटना के संबंध में मृतक उजिर मांझी के परिजनों ने बताया जाता है कि उजिर मांझी का गांव के महेंद्र मांझी से विवाद चल रहा था. इसी को लेकर तीन दिन पूर्व उजिर मांझी की हत्या कर उसे गांव के पास ही दफना दिया, जब ग्रामीणों के द्वारा यह बताया गया कि हत्या होने पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने परिवार के किसी एक को नौकरी मिलेगी. तब जाकर मृतक उजिर मांझी के शव को पुलिस की मदद से उखाड़ा गया. वहीं इस घटना को लेकर पूरे इलाके में सनसनी फैल गई है.
जांच के बाद होगा दूध का दूध पानी का पानी
पंचायत के मुखिया रविराम ने भी बताया कि पूरे गांव में इस बात का शोर है कि उजीर मांझी की हत्या नौकरी के लिए की गई है, लेकिन फिलहाल यह मामला पोस्टमार्टम के बाद ही पता चल पाएगा. यह मामला जांच का विषय है जांच के बाद ही दूध का दूध और पानी का पानी हो पाएगा.