नालंदा: पूरा दक्षिण बिहार सूखे से प्रभावित है. जिले में भी कम बारिश से अब तक मात्र 43 प्रतिशत ही रोपनी हो सकी है. इससे किसान धान की रोपनी को लेकर काफी परेशान हैं. इस स्थिति में यहां के किसानों को अब सरकार से मदद की उम्मीद है.
पूरा नालंदा जिला सुखाड़ से ग्रसित है. यहां बहुत ही कम बारिश हुई है. इससे किसान धान की रोपनी नहीं कर सके हैं. यहां कम बारिश होने से जल स्तर भी काफी नीचे चला गया है. इससे लोगों को पीने वाला पानी भी नहीं मिल रहा है. बारिश के अभाव में धान के बिचड़े भी सूख रहे हैं.
कम बारिश से किसान परेशान
किसानों का कहना है कि इस स्थिति में हम बेबस हैं. यहां इस साल बहुत ही कम वर्षा हुई है. इससे अबतक खेतों में रोपनी नहीं हो सकी है. बिजली के मदद से एक खेत में पटवन करते हैं तो दूसरा खेत सूख जाता है. अब तो बिचड़ा भी सूखने लगा है. जिले में अगर दस दिनों में बारिश नहीं हुई तो भारी नुकसान उठाना पड़ेगा.
डीएम ने किसानों से की अपील
जिले में सूखे की स्थिति को लेकर डीएम योगेंद्र सिंह ने कहा कि प्रशासन इस पर नजर रखी हुई है. सरकार की योजनाओं का लाभ किसानों को मिले इसके लिए प्रशासन हर सभंव मदद करने में जुटी है. इसके साथ उन्होंने किसानों से अपील भी किया कि किसान सहायता योजना के लिए प्रभावित किसान आवेदन करें.
'सूखे से निपटने के लिए सरकार तैयार'
वहीं, सांसद कौशलेंद्र कुमार ने कहा कि इस साल पूरी तरह से यहां सूखा है. यहां बारिश ही नहीं हुई है. इससे किसान रोपनी नहीं कर सके हैं. अभी कुछ बारिश हो जाती है तो थोड़ा बहुत किसानों को जरूर राहत मिलेगा. लेकिन इसके बाद भी समान्य से बहुत कम ही रोपनी हो पाएगी. सरकार इससे निपटने के लिए तैयार है.