ETV Bharat / state

नालंदा: क्वारंटीन सेंटर में प्रवासी की अचानक तबीयत बिगड़ने से मौत

नालंदा के क्वारंटीन सेंटर में एक प्रवासी मजदूर की मौत हो गई है. बताया जाता है कि प्रवासी की मौत तबीयत बिगड़ने के कारण हुई है. लेकिन, परिजनों के मुताबिक प्रवासी स्वस्थ थे.

nalanda
nalanda
author img

By

Published : Jun 1, 2020, 3:35 PM IST

नालंदा: क्वारंटीइन सेंटर में प्रवासियों की मौत का मामला धीरे-धीरे बढ़ता जा रहा है. भागन के बाल विकास विद्यालय में बने क्वारंटीन सेंटर में दिल्ली से आए एक प्रवासी मजदूर सुरेंद्र प्रसाद की मौत हो गई है. जानकारी के मुताबिक मजदूर की मौत अचानक तबीयत खराब होने के कारण हुई है. बता दें कि सुरेंद्र पिछले 24 मई को दिल्ली के सीमापुरी इलाके से बिहार पहुंचा था. इसके बाद उसे नालंदा के क्वारंटीन सेंटर में रखा गया था. जहां अचानक बीमार पड़ने से उसका निधन हो गया.

nalanda
बाल विकास विद्यालय में बने क्वारंटीन सेंटर

मृतक के परिजनों ने आरोप लगाया कि रात क्वारंटीन सेंटर में बस एक ही सुरक्षा गार्ड थे. उन्होंने कहा कि जब उनकी अचानक तबीयत बिगड़ी तब एम्बुलेंस की व्यवस्था कराने को कही गई. लेकिन, एम्बुलेंस के देरी से आने के कारण इलाज समय पर नहीं हो सका. जिससे उसकी क्वारंटीन सेंटर में मौत हो गई. हालांकि परिजनों ने ये भी आरोप लगाया कि सुरेंद्र पूरी तरह से स्वस्थ थे.

देखिए खास रिपोर्ट

बिहार में कोरोना के आंकड़े
फिलहाल मृतक सुरेंद्र प्रसाद के शव को पोस्टमॉर्टम के लिए बिहारशरीफ सदर अस्पताल भेज दिया गया है. साथ ही उसका सैंपल भी लिया गया है. जांच के बाद ही मामला साफ हो पाएगा कि प्रवासी सुरेंद्र प्रसाद की मौत कैसे हुई? बता दें कि बिहार में कोरोना वायरस का मामला लगातार बढ़ता ही जा रहा है. प्रदेश में कुल 3872 मरीज हैं. वहीं, 23 लोगों की मौत भी हो चुकी है.

नालंदा: क्वारंटीइन सेंटर में प्रवासियों की मौत का मामला धीरे-धीरे बढ़ता जा रहा है. भागन के बाल विकास विद्यालय में बने क्वारंटीन सेंटर में दिल्ली से आए एक प्रवासी मजदूर सुरेंद्र प्रसाद की मौत हो गई है. जानकारी के मुताबिक मजदूर की मौत अचानक तबीयत खराब होने के कारण हुई है. बता दें कि सुरेंद्र पिछले 24 मई को दिल्ली के सीमापुरी इलाके से बिहार पहुंचा था. इसके बाद उसे नालंदा के क्वारंटीन सेंटर में रखा गया था. जहां अचानक बीमार पड़ने से उसका निधन हो गया.

nalanda
बाल विकास विद्यालय में बने क्वारंटीन सेंटर

मृतक के परिजनों ने आरोप लगाया कि रात क्वारंटीन सेंटर में बस एक ही सुरक्षा गार्ड थे. उन्होंने कहा कि जब उनकी अचानक तबीयत बिगड़ी तब एम्बुलेंस की व्यवस्था कराने को कही गई. लेकिन, एम्बुलेंस के देरी से आने के कारण इलाज समय पर नहीं हो सका. जिससे उसकी क्वारंटीन सेंटर में मौत हो गई. हालांकि परिजनों ने ये भी आरोप लगाया कि सुरेंद्र पूरी तरह से स्वस्थ थे.

देखिए खास रिपोर्ट

बिहार में कोरोना के आंकड़े
फिलहाल मृतक सुरेंद्र प्रसाद के शव को पोस्टमॉर्टम के लिए बिहारशरीफ सदर अस्पताल भेज दिया गया है. साथ ही उसका सैंपल भी लिया गया है. जांच के बाद ही मामला साफ हो पाएगा कि प्रवासी सुरेंद्र प्रसाद की मौत कैसे हुई? बता दें कि बिहार में कोरोना वायरस का मामला लगातार बढ़ता ही जा रहा है. प्रदेश में कुल 3872 मरीज हैं. वहीं, 23 लोगों की मौत भी हो चुकी है.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.