नालंदा: केंद्र सरकार की ओर से प्रवासी मजदूरों को उसके गृह जिले में रोजगार देने के लिए गरीब कल्याण रोजगार अभियान चलाया जा रहा है. इसके तहत मजदूरों को 125 दिन तक रोजगार देने का प्रावधान है. इस इस अभियान के अंतर्गत विभिन्न विभागों या एजेंसियों के माध्यम से 25 प्रकार के कार्यों या योजनाओं में लोगों को रोजगार दिया जा रहा है. इसी अभियान को लेकर डीएम योगेंद्र सिंह ने हरदेव भवन सभागार में समीक्षा बैठक की.
बता दें कि गरीब कल्याण रोजगार अभियान के तहत ग्राम पंचायत भवन का निर्माण, शौचालय का निर्माण, प्रधानमंत्री आवास योजना (ग्रामीण) के तहत गृह निर्माण, राष्ट्रीय उच्च मार्गों का निर्माण, जल संरक्षण, वृक्षारोपण और आंगनवाड़ी सेंटर का भवन निर्माण आदि जैसे कार्यों या योजनाओं में लोगों को रोजगार उपलब्ध कराया जा रहा है.
अधिक लोगों को रोजगार मुहैया करवाने के निर्देश
इस बैठक में डीएम ने सभी संबंधित विभागों के पदाधिकारियों को अपने विभाग की योजनाओं में अधिक से अधिक लोगों को रोजगार उपलब्ध कराने का निर्देश दिया. साथ ही योजना की विवरणी और रोजगार प्राप्त लोगों की संख्या से संबंधित जानकारी इसके लिए बनाए गए विशेष पोर्टल पर समय से अपलोड कराने का निर्देश दिया.
कई विभाग के पदाधिकारी रहे बैठक में मौजूद
इसके अलावे डीएम ने सभी पदाधिकारियों को इस अभियान के बारे में विस्तार से जानकारी दी. वहीं, बैठक में उप विकास आयुक्त, जिला पंचायती राज पदाधिकारी, जिला योजना पदाधिकारी, महाप्रबंधक जिला उद्योग केंद्र, डीपीएम जीविका और लोहिया स्वच्छ बिहार अभियान के जिला समन्वयक सहित विभिन्न कार्यकारी विभागों के कार्यपालक अभियंता मौजूद रहे.