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नालंदा: डेढ़ लाख क्विंटल अनाज का गबन, DM से जांच की मांग

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Published : Nov 15, 2019, 9:07 PM IST

अनुश्रवण समिति के सदस्यों का कहना है कि 3 महीने के दौरान 5 लाख 49 हजार 541 कार्डधारी उपभोक्ताओं को खाद्यान्न का वितरण नहीं हुआ. ना ही यह अनाज जन वितरण प्रणाली के गोदाम में उपलब्ध है. समिति के सदस्यों का आरोप है कि अनाज का गबन कर लिया गया है.

जांच की मांग

नालंदा: जिले में जन वितरण प्रणाली के माध्यम से सरकार गरीबों को सस्ते दर पर अनाज मुहैया कराती है. लेकिन जन वितरण प्रणाली से इन दिनों 1 लाख 50 हजार क्विंटल अनाज के गबन की बात सामने आ रही है. जिसको लेकर अनुमंडल अनुश्रवण समिति ने जिलाधिकारी से पूरे मामले के जांच की मांग की है.

nalanda
डेढ़ लाख क्विंटल अनाज का गबन

कमेटी का किया गया गठन
अनुश्रवण समिति के सदस्यों का कहना है कि 3 महीने के दौरान 5 लाख 49 हजार 541 कार्डधारी उपभोक्ताओं को खाद्यान्न का वितरण नहीं हुआ. ना ही यह अनाज जन वितरण प्रणाली के गोदाम में उपलब्ध है. समिति के सदस्यों का आरोप है कि अनाज का गबन कर लिया गया है. जिलाधिकारी योगेंद्र सिंह ने कहा कि इस मामले में जांच कमेटी का गठन कर दिया गया है. जांच कमेटी की रिपोर्ट के बाद ही पूरे मामले के निष्कर्ष पर पहुंचा जा सकता है.

जिलाधिकारी से मामले के जांच की मांग की

खाद्यान्न का नहीं हुआ वितरण
बताया जा रहा है कि जुलाई महीने में 2 लाख 22 लाख 739 कार्डधारी का खाद्यान्न वितरण नहीं हुआ. वहीं, अगस्त महीने में 1 लाख 82 हजार 94 कार्डधारी का खाद्यान्न बच गया. साथ ही सितंबर महीने में 1 लाख 44 हजार 8 कार्डधारी को खाद्यान्न वितरण नहीं किया गया.

नालंदा: जिले में जन वितरण प्रणाली के माध्यम से सरकार गरीबों को सस्ते दर पर अनाज मुहैया कराती है. लेकिन जन वितरण प्रणाली से इन दिनों 1 लाख 50 हजार क्विंटल अनाज के गबन की बात सामने आ रही है. जिसको लेकर अनुमंडल अनुश्रवण समिति ने जिलाधिकारी से पूरे मामले के जांच की मांग की है.

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डेढ़ लाख क्विंटल अनाज का गबन

कमेटी का किया गया गठन
अनुश्रवण समिति के सदस्यों का कहना है कि 3 महीने के दौरान 5 लाख 49 हजार 541 कार्डधारी उपभोक्ताओं को खाद्यान्न का वितरण नहीं हुआ. ना ही यह अनाज जन वितरण प्रणाली के गोदाम में उपलब्ध है. समिति के सदस्यों का आरोप है कि अनाज का गबन कर लिया गया है. जिलाधिकारी योगेंद्र सिंह ने कहा कि इस मामले में जांच कमेटी का गठन कर दिया गया है. जांच कमेटी की रिपोर्ट के बाद ही पूरे मामले के निष्कर्ष पर पहुंचा जा सकता है.

जिलाधिकारी से मामले के जांच की मांग की

खाद्यान्न का नहीं हुआ वितरण
बताया जा रहा है कि जुलाई महीने में 2 लाख 22 लाख 739 कार्डधारी का खाद्यान्न वितरण नहीं हुआ. वहीं, अगस्त महीने में 1 लाख 82 हजार 94 कार्डधारी का खाद्यान्न बच गया. साथ ही सितंबर महीने में 1 लाख 44 हजार 8 कार्डधारी को खाद्यान्न वितरण नहीं किया गया.

Intro:नालंदा। गरीबों को सस्ते दर पर अनाज मुहैया कराने के उद्देश्य से सरकार द्वारा जन वितरण प्रणाली के माध्यम से अनाज उपलब्ध कराया जाता है लेकिन जन वितरण प्रणाली अधिकारियों एवं बिचौलियों के लिए कामधेनु साबित हो रही है । नालंदा में इन दिनों 1 लाख 50 हज़ार क्विंटल अनाज के गवन की बात सामने आ रही है। अनुमंडल अनुश्रवण समिति द्वारा अनाज गबन का मामला उठाया गया है और पूरे मामले की जांच की मांग नालंदा के जिलाधिकारी से की गई है। अनुमंडल अनुश्रवण समिति के सदस्यों का आरोप है कि जुलाई माह से जिले में खाद्यान्न का वितरण पॉक्स मशीन के माध्यम से किया जा रहा है। कुछ कार्ड धारियों के बीच मैनुअल से भी खाद्यान का वितरण किया गया।


Body:बताया गया है कि जुलाई माह में तीन लाख 84 हजार 895 कार्ड धारी उपभोक्ताओं का खाद्यान्न आवंटित हुआ। जिसमें कार्डधारी उपभोक्ता 1 लाख 62 हज़ार 156 कार्डधारी को पॉक्स मशीन के माध्यम से एवं 9226 कार्ड धारी को मैनुअल का वितरण किया गया जबकि 2 लाख 22 लाख 739 कार्डधारी का खाद्यान्न बच गया।
इसी प्रकार अगस्त माह में तीन लाख 84 हजार 895 कार्डधारी उपभोक्ताओं का खाद्यान्न आवंटित हुआ जिसका वितरण पॉक्स मशीन के माध्यम से 2 लाख 2 हज़ार 801 एवं 31 हज़ार 292 कार्डधारी के बीच मैनुअल वितरण किया गया जबकि 1 लाख 82 हज़ार 94 कार्डधारी का खाद्यान्न बच गया। वहीं सितंबर माह में 3लाख 62 हज़ार 261 कार्डधारी उपभोक्ताओं का खाद्यान्न आवंटित हुआ जिसका वितरण पॉक्स मशीन के माध्यम से 2 लाख 17 हज़ार 513 एवं 33 हज़ार 911 कार्डधारी के बीच मैनुअल खाद्यन्न का वितरण किया गया जबकि 1 लाख 44 हज़ार 8 कार्डधारी का खाद्यान बच गया।
अनुश्रवण समिति के सदस्यों का कहना है कि 3 माह के दौरान 5 लाख 49 हज़ार 541 कार्डधारी उपभोक्ताओं का खाद्यान्न का वितरण नहीं हुआ और यह अनाज जन वितरण प्रणाली के विक्रेता और ना ही गोदाम में उपलब्ध है। इस बात की जब जानकारी लेनी चाही तो अधिकारियों द्वारा टालमटोल किया जा रहा है। समिति के सदस्यों का आरोप है कि अनाज का गबन कर लिया गया है। नालंदा के जिलाधिकारी ने कहा कि इस मामले में जांच कमेटी का गठन कर दिया गया है और जांच कमेटी की रिपोर्ट के बाद ही पूरे मामले के निष्कर्ष पर पहुंचा जा सकता है।
बाइट। रवि अजगर, सदस्य अनुश्रवण समिति
बाइट। पप्पू यादव, सदस्य, अनुश्रवण समिति
बाइट। योगेंद्र सिंह, जिलाधिकारी, नालंदा


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