नालंदा : बिहार के नालंदा में फर्जी दारोगा को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. उसे मजिस्ट्रेट के सामने पेश कर जेल भी भेज दिया गया है. मामला राजगीर अनुमंडलीय क्षेत्र के छबिलापुर थाना का है. नालंदा के छबीलापुर थाने की पुलिस ने वर्दी पहने एक फर्जी दरोगा को गिरफ्तार किया है.
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फर्जी दारोगा गिरफ्तार : छबीलापुर थाना प्रभारी अखिलेश कुमार झा ने बताया कि पुलिस एवं निरीक्षक की वर्दी पहने एक युवक छबीलापुर थाना में आया, जब उसे आने का कारण पूछा गया तो उसने संदेहास्पद जवाब दिया. उससे जब पुलिस आई कार्ड मांगा गया तो उसने दीपू कुमार नाम का पहचान पत्र दिखाया. जबकि उसके वर्दी में लगे हुए नेम प्लेट पर कमलेश कुमार लिखा था.
वर्दी के नेम प्लेट ने खोली पोल : संदेह होने पर जब थाना प्रभारी ने कड़ाई से पूछताछ की तो उसने अपना नाम कमलेश कुमार उर्फ दीपू, पिता ब्रह्मानंद शर्मा, ग्राम फतेहपुर, सांडा जिला अरवल का रहने वाला बताया. फर्जी दरोगा के पास से एक बिहार पुलिस का मोनोग्राम लगा हुआ वर्दी, बिहार पुलिस का फर्जी आईडी कार्ड, डेबिट कार्ड, आधार कार्ड सहित अन्य दस्तावेज बरामद किया गया है.
लोगों को ठगने का करता था काम : ये फर्जी पुलिस बनकर पुलिस ट्रेनिंग एरिया के आसपास घूमता था. भर्ती हुए नए-नए पुलिसकर्मियों से दोस्ती करके ये उनसे अर्जेंट में रुपए मांगा करता था. खुद को अलग-अलग बैच का इंस्पेक्टर बताकर ये लोगों को ठगने का काम करता था. थाना प्रभारी अखिलेश कुमार झा ने फोन पर बताया कि इसने एक कॉन्स्टेबल से 1 लाख रुपए ठग लिए थे. उसने इसे बड़ा पुलिस अफसर समझकर रुपए दिए थे. जब ये पकड़ा गया तो इसके घर भी पूछताछ की गई. पता सही पाया गया लेकिन इसका काम लोगों को ठगने का था.
'असली दारोगा' ने पकड़ा 'नकली दारोगा' : छबीलापुर थाने में भी ये बड़े बाबू से दोस्ती करने आया हुआ था. उसका उद्देश्य थाने पर आकर दोस्ती के बाद काम करवाकर लोगों से पैसे की उगाही करना था. लेकिन उससे पहले ही इसे दबोच लिया गया. थाना प्रभारी अखिलेश झा की सूझबूझ के चलते ये अब ऐसा करने की भी हिम्मत आगे से नहीं करेगा. पुलिस अभी भी उससे पूछताछ कर रही है. मौके पर थानाध्यक्ष अखिलेश कुमार झा, पुलिस अवर निरीक्षक मो मनउबर अंसारी, पुलिस निरीक्षक आदित्य कुमार, चौकीदार सरयुग राजवंशी मौजूद थे.