नालंदाः बिहार के नालंदा जिले में बेटी जनने की सजा महिला को ससुराल में प्रताड़ित (Woman Harassed In Laws house) करने का मामला (Torture on birth of daughter in Nalanda) आया है. बेटी के जन्म के बाद पहली बार नवजात पुत्री को लेकर मायके पहुंची महिला को ससुराल वालों ने घर में प्रवेश से रोक दिया. नवजात को गोद में लिए बहू ससुराल के दरवाजे पर घंटों खड़ी रहीं. ससुराल वाले उसे घर के अंदर दाखिल नहीं होने दिया. वाक्या बिहार थाना क्षेत्र के हाजीपुर मोहल्ला का है. पीड़ित महिला को पहले से दहेज के भी प्रताड़ित (Dowry Harassment In Nalanda ) किया जाने की बात कही जा रही है.
"2021 में शादी हुई थी. शादी के समय दहेज में मोटी रकम मेरे परिजनों ने दिया था. इसके बाद भी और रकम दहेज में मांगी जा रही है. इसी बीच मायके में बेटी के जन्म के बाद ससुराल वाले उसे देखने भी नहीं गये. अब जब ससुराल पहुंचे हैं तो घर में प्रवेश नहीं दिया जा रहा है."-प्रियंका कुमारी, पीड़ित
नवजात बेटी के साथ दरवाजे पर घंटों खड़ी रहीः पीड़िता आलोक कुमार की 32 वर्षीया पत्नी प्रियंका कुमारी बेटी को जन्म देने के बाद पहली बार रविवार ससुराल आई थी. घंटों बीत जाने के बाद ससुराल वालों ने घर का दरवाजा नहीं खोला. पीड़ित महिला ने बताया कि ससुराली परिवार से दो लाख दहेज की मांग कर रहे हैं. उसकी शादी जून 2021 में हुई थी. पेट्रोल पंप और बड़ा बिजनेश होने का झांसा दे ससुराली परिवार ने दहेज में मोटी रकम लिया था.
बेटी के जन्म के बाद परिजनों ने मुंह मोड़ाः प्रियंका के परिजनों ने आरोप लगाया कि बेटी के जन्म के बाद सभी ने मुंह मोड़ लिया है. मांग पूरी नहीं होने के कारण ससुराली परिवार बेटी को देखने भी नहीं आए. अब यहां आने पर दरवाजा बंद कर लिया. पीड़िता का मायके शेखपुरा जिला के बरबीघा थाना क्षेत्र के गोलापर खरजम्मा है. पिता छोटे लाल साहू समेत अन्य परिजन बेटी के ससुराल आए थे.
ये भी पढ़ें-देहज प्रताड़ना से तंग आकर नवविवाहिता ने फंदे से लटककर दी जान