नालंदा: जिले में पुलिसकर्मियों के द्वारा एंबुलेंसकर्मी के साथ मारपीट का मामला तूल पकड़ता जा रहा है. सभी 102 एंबुलेंसकर्मियों ने अनिश्चितकालीन हड़ताल कर दिया है. इस हड़ताल का असर बिहार शरीफ सदर अस्पताल में महज कुछ ही घंटों में दिखने भी लगा है.
एम्बुलेंसकर्मी की हड़ताल से अस्पताल पर असर
शव पोस्टमार्टम के बाद परिजनों के द्वारा बिहार शरीफ सदर अस्पताल में सरकारी एंबुलेंस की मांग की गई, लेकिन सरकारी एंबुलेंस मुहैया नहीं कराया गया, जिसके बाद कड़ी धूप में परिजनों के द्वारा ठेले पर ही शव को अपने घर तक ले जाना पड़ा. परिजनों ने बताया भी की हड़ताल होने के कारण उन्हें शव को ले जाने के लिए सरकारी एंबुलेंस नहीं मिला. ठेले पर शव ले जाने का यह पहला मामला नहीं है. पहले भी मृत शरीर को लोग कंधे और मोटरसाइकिल पर ले जाने का मामला आ चुका है.
ठेला पर ले जाया गया शव
बता दें कि दीपनगर थाना क्षेत्र के जुरारपुर गांव में शराब बेचने से मना करने पर पास के ही पड़ोसी कैलू पासवान, भासो पासवान और राहुल पासवान ने एक महिला साको देवी की पीट-पीटकर हत्या कर दी, जिसके बाद महिला के शव को परिजनों ने पोस्टमार्टम के लिए बिहार शरीफ सदर अस्पताल ठेले पर लाया.