ETV Bharat / state

बदहाल स्थिति में चल रहा बिहार शरीफ का आंगनबाड़ी केंद्र, बुनियादी सुविधाएं तक नहीं है मौजूद

दरवाजा नहीं रहने के कारण इस आंगनबाड़ी केंद्र का कमरा शराबियों और जुआरियों का अड्डा बन गया है. जिससे इस केंद्र में काम करने वाली शिक्षिकाएं भय के साये में जीने को मजबूर हैं.

आंगनबाड़ी केंद्र
author img

By

Published : Apr 17, 2019, 9:30 AM IST

Updated : Apr 17, 2019, 1:42 PM IST

नालंदा: सरकार ग्रामीण बच्चों को बेहतर पठन-पाठन मुहैया कराने के लिए आंगनबाड़ी केंद्र चला रही है. लेकिन, इन आंगनबाड़ी केंद्रों में बच्चों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. बिहार शरीफ के शहरी इलाके में स्थित एक जर्जर भवन में आंगनबाड़ी केंद्र चलाया जा रहा है.
इन आंगनबाड़ी केंद्रों में बुनियादी सुविधाओं का अभाव है. बच्चों के साथ-साथ यहां पदास्थापित आंगनबाड़ी सेविका और सहायिका को भी काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है.

बदहाल स्थिति में आंगनबाड़ी केंद्र

जर्जर अवस्था में पड़ा भवन
खंडरनुमा भवन में चल रहा यह आंगनबाड़ी केंद्र हादसों को न्योता देता है. यहां के दरवाजे खिड़कियां सब टूटे हुए हैं. यहां बच्चों के लिए पानी तथा शौचालय की भी व्यवस्था नहीं है. वहीं दूसरी ओर दरवाजा नहीं रहने के कारण इस आंगनबाड़ी केंद्र का कमरा शराबियों और जुआरियों का अड्डा बन गया है. जिससे इस केंद्र में काम करने वाली शिक्षिकाएं भय के साये में जीने को मजबूर हैं.

nalanda
नदारद हैं दरवाजे

शराबियों से हो रही पेरशानी
शराबी यहां आकर नशा करते हैं और फिर बोतलें छोड़कर चले जाते हैं. सुबह बच्चे आकर उन गंदी बोतलों से खेलते हैं. कांच होने के कारण हमेशा खतरा बना रहता है. सुबह केंद्र की सेविका और सहायिका आकर इन शराब की बोतलों को हटाने का काम करती हैं.

शिकायत के बावजूद नहीं लिया जा रहा संज्ञान
सेविका का कहना है कि इस समस्या के संबंध में विभाग को कई बार सूचित किया गया है, लेकिन अब तक कोई सुध नहीं ली गई है. उन्होंने यह भी बताया कि शराब के अड्डे की तरह प्रयोग किए जाने पर भी पुलिस में मौखिक रूप से शिकायत की गई है. लेकिन अब तक पुलिस की ओर से भी कोई संज्ञान नहीं लिया गया है. जिस कारण शराबियों का मनोबल बढ़ता जा रहा है.

नालंदा: सरकार ग्रामीण बच्चों को बेहतर पठन-पाठन मुहैया कराने के लिए आंगनबाड़ी केंद्र चला रही है. लेकिन, इन आंगनबाड़ी केंद्रों में बच्चों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. बिहार शरीफ के शहरी इलाके में स्थित एक जर्जर भवन में आंगनबाड़ी केंद्र चलाया जा रहा है.
इन आंगनबाड़ी केंद्रों में बुनियादी सुविधाओं का अभाव है. बच्चों के साथ-साथ यहां पदास्थापित आंगनबाड़ी सेविका और सहायिका को भी काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है.

बदहाल स्थिति में आंगनबाड़ी केंद्र

जर्जर अवस्था में पड़ा भवन
खंडरनुमा भवन में चल रहा यह आंगनबाड़ी केंद्र हादसों को न्योता देता है. यहां के दरवाजे खिड़कियां सब टूटे हुए हैं. यहां बच्चों के लिए पानी तथा शौचालय की भी व्यवस्था नहीं है. वहीं दूसरी ओर दरवाजा नहीं रहने के कारण इस आंगनबाड़ी केंद्र का कमरा शराबियों और जुआरियों का अड्डा बन गया है. जिससे इस केंद्र में काम करने वाली शिक्षिकाएं भय के साये में जीने को मजबूर हैं.

nalanda
नदारद हैं दरवाजे

शराबियों से हो रही पेरशानी
शराबी यहां आकर नशा करते हैं और फिर बोतलें छोड़कर चले जाते हैं. सुबह बच्चे आकर उन गंदी बोतलों से खेलते हैं. कांच होने के कारण हमेशा खतरा बना रहता है. सुबह केंद्र की सेविका और सहायिका आकर इन शराब की बोतलों को हटाने का काम करती हैं.

शिकायत के बावजूद नहीं लिया जा रहा संज्ञान
सेविका का कहना है कि इस समस्या के संबंध में विभाग को कई बार सूचित किया गया है, लेकिन अब तक कोई सुध नहीं ली गई है. उन्होंने यह भी बताया कि शराब के अड्डे की तरह प्रयोग किए जाने पर भी पुलिस में मौखिक रूप से शिकायत की गई है. लेकिन अब तक पुलिस की ओर से भी कोई संज्ञान नहीं लिया गया है. जिस कारण शराबियों का मनोबल बढ़ता जा रहा है.

Intro:नालंदा। भले ही सरकार द्वारा बच्चों को बेहतर पठन-पाठन के लिए आंगनबाड़ी केंद्र चला रही हो लेकिन इन आंगनवाड़ी केंद्र में बच्चों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। यहां तक के बच्चों को पढ़ाने के लिए पदस्थापित आंगनबाड़ी सेविका, सहायिका को भी काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। बिहार शरीफ के शहरी इलाके में जर्जर भवन में आंगनबाड़ी केंद्र का संचालन किया जा रहा है जिससे कभी भी हादसे का कारण बन सकता है वहीं दूसरी ओर दरवाजा नहीं रहने के कारण आंगनबाड़ी केंद्र का कमरा शराबियों और जुआरियों का अड्डा बनता जा रहा है । जिससे केंद्र में काम करने वाले लोग भय के साए में जीने को मजबूर है


Body:बिहारशरीफ शहर के लहेरी थाना क्षेत्र के ब्रह्म स्थान में चलने वाले आंगनबाड़ी केंद्र शराबी और जुआरियों का अड्डा बनता जा रहा है
। इस केंद्र का भवन पूरी तरह जर्जर है । यहां तक कि इस का दरवाजा टूटा हुआ है कमरे की खिड़कियां टूटी हुई है जिसके कारण कभी भी कोई भी आ जा सकता है । केंद्र में सुबह में बच्चों को पढ़ाई के बाद यह केंद्र विरान हो जाता है जिसके बाद शराबियों जुआरियों का अड्डा बन कर रह जाता है। यहां शराबियों द्वारा शराब पी जाती है और बोतलों को वहीं छोड़ दिया जाता है। सुबह में केंद्र में मौजूद होने वाले सेविका एवं सहायिका द्वारा शराब की बोतलों को हटाने का काम किया जाता है। इस संबंध में विभाग को भी सूचित किया गया है लेकिन अब तक कोई पहल नहीं की गई है।


Conclusion:सेविका सहायिका का मानना है कि जर्जर भवन को दुरुस्त करने के लिए विभाग को लिखा गया है लेकिन अब तक इस पर कोई पहल नहीं की गई है। शराब का अड्डा बनने के मामले में भी पुलिस में शिकायत दर्ज कराई गई है मौखिक रूप से लेकिन अब तक पुलिस का कोई प्रयास नहीं किया गया है जिसके कारण शराबियों का मनोबल बढ़ता जा रहा है।
Last Updated : Apr 17, 2019, 1:42 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.