पटना: बिहार के कुढ़नी उपचुनाव में जेडीयू को हार (JDU Defeat in Kurhani By Election ) मिली है. नीतीश कुमार के महागठबंधन में जाने के बाद जेडीयू का यह पहला चुनाव था. JDU की तरफ से यह दावा किया जा रहा था कि सात दलों की ताकत है. इसलिए जेडीयू उम्मीदवार भारी मतों के अंतर से चुनाव जीतेगी. पार्टी कार्यालय में सुबह से हलचल बनी हुई थी. चुनाव परिणाम पर बिहार के वित्त मंत्री विजय कुमार चौधरी ने कहा कि कुढ़नी उपचुनाव का नतीजा अप्रत्याशित रहा है.
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स्थानीय मुद्दे हावी रहेः विजय कुमार चौधरी ने कुढ़नी में मिली हार पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि प्रारंभिक तौर पर लगता है कि सरकार की उपलब्धियों से अलग इस उपचुनाव में स्थानीय मुद्दे हावी रहे. चुनाव अभियान के क्रम में हर जगह नीतीश कुमार के नेतृत्व की सराहना ही मिलती थी. साथ-साथ हर वर्ग के लोगों में महागठबंधन की स्वीकार्यता भी दिखती थी. कहीं-कहीं पंचायत स्तर के मुद्दों पर अवश्य थोड़ी नाराजगी दिखती थी, लेकिन लगता था कि लोग पूरे राज्य के हित को प्राथमिकता देंगे एवं जदयू के पक्ष में मतदान करेंगे.
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नतीजे की समीक्षा की जाएगीः वित्त मंत्री विजय कुमार चौधरी ने कहा कि महागठबंधन इस नतीजे की समीक्षा की जाएगी. मतदाताओं के इस फैसले के कारणों का भी विश्लेषण किया जाएगा. फिर पूरे चुनाव अभियान में एक बात स्पष्ट थी कि लोगों को गठबंधन अथवा नेतृत्व से नाराजगी नहीं है. इस आलोक में महागठबंधन आगे की कार्य योजना बनाएगा. चौधरी ने कहा कि जहां तक पूरे देश में हुए चुनाव के नतीजे का प्रश्न है तो भाजपा शासित प्रदेशों की संख्या में एक घट गयी है. यह भाजपा के लिए अच्छा संकेत नहीं है, क्योंकि हिमाचल प्रदेश में भी चुनाव प्रधानमंत्री के चेहरे पर ही लड़ा गया था.