मुजफ्फरपुर: मंगलवार से शुरू हुई बिहार ट्रक ओनर एसोसिएशन की हड़ताल का असर बुधवार को भी देखने को मिला. बिहार ट्रक ओनर एसोसिएशन के ऐलान पर ट्रकों की अनिश्चितकालीन हड़ताल जारी है. ट्रक चालक अपनी 14 सूत्री मांगों को लेकर प्रदर्शन कर रहे हैं. उन्होंने कहा है कि जबतक उनकी मांगें पूरी नहीं हो जाती, वह हड़ताल खत्म नहीं करेंगे.
ट्रक एसोसिएशन संघ ने यह दावा किया है कि चक्का जाम का व्यापक असर है. मुजफ्फरपुर के ट्रक ओनर एसोसिएशन के प्रतिनिधियों ने जिले से गुजरने वाले विभिन्न एनएच और चौराहे पर ट्रकों को रोक कर हड़ताल में शामिल कराया. इस दौरान ट्रक चालकों और हड़ताल समर्थकों में कई जगहों पर झड़प भी हुई.
न्यू एमवी एक्ट से नाराज हैं ट्रक चालक
दरअसल, बिहार के ट्रक व्यवसायी नए मोटर वाहन अधिनियम को लेकर खासे नाराज हैं और नए प्रावधानों को वापस लेने की मांग कर रहे हैं. इसको लेकर ट्रक ओनर ने पहले ही 22 अक्टूबर की मध्यरात्रि से हड़ताल पर जाने और चक्का जाम आंदोलन करने की घोषणा की थी. इस बात से ट्रक ओनर एसोसिएशन ने बिहार सरकार को भी अवगत करा दिया था. जिसके बाद बिहार सरकार के परिवहन विभाग ने सभी जिलों के डीएम, एसएसपी और एसपी को आदेश जारी कर इस आंदोलन पर कार्रवाई करने को कहा है.
क्या है मांग?
ट्रक ओनर एसोसिएशन ने सरकार के सामने 14 सूत्री मांग रखी है. इसमें नये परिवहन कानून को रद्द कर पुराने कानून को लागू किया जाना शामिल है. ओवरलोडिंग के साथ ही माइनिंग के चालान की वैधता समाप्त किये जाने की मांग रखी गई है. चक्का जाम कर रहे ट्रक चालकों का कहना है कि इस जाम से अन्य वाहनों की आवाजाही पर कोई फर्क नहीं पड़ेगा. जब तक हमारी मांगें पूरी नहीं कर दी जाती, तबतक बिहार के सभी ट्रकों को सड़क किनारे खड़ा कर दिया जाएगा.