मुजफ्फरपुर: मुजफ्फरपुर जिले के 117 वार्डों में हर घर नल का जल योजना का काम पूरा नहीं हुआ है. इसके पीछे मुखिया और वार्ड सदस्यों की लेट-लतीफी है. अब जब पंचायती राज विभाग ने शिकंजा कसा है, तो आनन-फानन में नल-जल का काम शुरू कर दिया गया है.
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हर घर नल का जल योजना अधूरा
राज्य सरकार अधूरे काम के बाद बड़ी कार्रवाई की रणनीति बना रही है. इसके बाद काम पूरा करने के लिए कोई ठेकेदार को हड़का रहा है, तो कोई उनसे आरजू मिन्नत कर रहा है. यहां तक कि पंचायत चुनाव के कार्यक्रम के एलान के पहले हर हाल में नल का जल का काम पूरा करने के लिए ठेकेदार को रेट से डेढ़ गुना ज्यादा भुगतान का ऑफर भी दिया जा रहा है.
मुखिया और वार्ड सदस्यों में हड़कंप
जिले के 117 वार्डों में हर घर नल का जल योजना का काम पूरा नहीं हुआ है. इसके पीछे मुखिया और वार्ड सदस्यों की लेट-लतीफी है. अब जब पंचायती राज विभाग ने शिकंजा कसा है, तो वे हड़बड़ी में हैं. पंचायत चुनाव के नजदीक आने के साथ उन्हें चिंता सताने लगी है. जिनके क्षेत्र में काम अधूरा है ऐसे पंचायत के मुखिया व वार्ड पार्षद आनन-फानन में नल-जल का काम शुरू कर दिये हैं. संवेदक पर जल्द काम पूरा कराने के लिए दवाब बनाया जा रहा है. कोरोना का हवाला देकर लोगों को बताया जा रहा है कि अब तेजी से काम होगा.
चुनाव लड़ने पर रोक की खबर से हड़कंप
अब तक जिले के ग्रामीण क्षेत्रों के 4213 वार्डों में हर घर नल का जल का काम पूरा हुआ है. हालांकि जो काम हुए हैं, इसमें भी लगातार शिकायतें मिल रही है. इस योजना के तहत लोगों के घरों तक सहज एवं सुलभ ढंग से स्वच्छ पानी पहुंचाने की मुहिम सरकार ने शुरू की, लेकिन संबंधित पदाधिकारी और कर्मचारी की अनदेखी के कारण योजना का लाभ लोगों को सही ढंग से नहीं मिल पा रहा है.