मुजफ्फरपुरः नेपाल के जल ग्रहण क्षेत्र में हो रही भारी बारिश उत्तर बिहार के लोगों के लिए बर्बादी का सबब बन गई है. नेपाल से आनेवाली सभी नदियां उफान पर है, वहीं बूढ़ी गंडक नदी अभी भी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है. जिससे जिले के मीनापुर प्रखंड में गंडक नदी का पानी लगातार तबाही मचा रहा है.
सड़क संपर्क हुआ भंग
मीनापुर प्रखंड इस वक्त बाढ़ की गंभीर त्रासदी से जूझ रहा है. ईटीवी भारत लगातार बाढ़ की स्थिति पर ग्राउंड रिपोर्ट दे रहा है. हमारे संवाददाता जब वहां पहुंचे तो बाढ़ की भयावह तस्वीरें सामने दिख रही थी. प्रखंड के 30 से अधिक पंचायत ऐसे हैं, जिनका जिला मुख्यालय से सड़क संपर्क भंग हो चुका है. जिससे यहां के हालात गंभीर हो गए हैं.
कई पंचायतों में बुरे हालात
बाढ़ की वजह से मीनापुर प्रखंड की एक बड़ी आबादी संकट में अपने आसपास के बांधों और ऊंचे जगहों पर शरण ली हुई है. ग्रमीणों की मानें तो अभी तक इन इलाकों में किसी तरह की प्रशासनिक मदद आपदा प्रभावितों को नहीं मिली है. प्रखंड स्थित रघई पंचायत, वनघारा, कल्याणपुर और कांटी मधुबन में हालात बेहद नाजुक हैं.
बांध पर बना हुआ है पानी का दबाव
गंडक नदी की तेज धार से रघई, वनघारा, कल्याणपुर और कांटी मधुबन पंचायतों में बहुत क्षति हुई है. यहां बांध पर गंडक नदी के पानी का दबाव अभी भी बना हुआ है. इन पंचायतों में जगह पानी-पानी ही नजर आ रहा है. वहीं बाढ़ के पानी के बढ़ते खतरनाक रूप को देखकर अधिकांश लोग अपने परिवार के साथ सुरक्षित स्थानों पर चले गए हैं.
लोगों में नाराजगी
बाढ़ के पानी में मीनापुर प्रखंड के लोगों के घरों में रखे राशन से लेकर जरूरी सामान तक डूब चुके हैं वहीं कई लोग गांव में रहकर अपने बचे हुए समानों को सहेजने की कोशिश कर रहे हैं. सराकर की तरफ से किसी तरह की कोई मदद नहीं मिलने से लोगों में काफी नाराजगी है.
अधिकारियों की लापरवाही
बता दें कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बाढ़ से पूर्व बैठक करके संबंधित विभागों को तैयारी पूरी करने के निर्देश दिए थे, लेकिन अधिकारियों की लापरवाही के कारण जरूरतमंदों तक मदद नहीं पहुंच पा रही है. जिससे लोगों को काफी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है.