मुजफ्फरपुर: जिले में एक पंचायत (Muzaffarpur Panchayat decision) का ऐसा फरमान सामने आया है जिसने एक बार फिर से पंचों के फैसले को कटघरे में खड़ा कर दिया है. दरअसल सकरा के पंचों ने लड़की पक्ष के साथ अन्याय करते हुए जो फैसला सुनाया है उसकी चर्चा सभी कर रहे हैं. सकरा पंचायत ने एक पत्नी को अपने पति को छोड़ने के एवज में 50 हजार रुपये देने का फैसला (50 Thousand To Wife To Leave Husband) सुनाया है. इस फैसले को सुनकर लड़की फफक फफक कर रो पड़ी. लड़की का पूरा परिवार सदमे है. वहीं 50 हजार देकर पत्नी को छोड़ने के लिए लड़का तैयार है. लड़के के घरवालों ने इस फैसले पर खुशी जतायी है.
पति को छोड़ने के लिए 50 हजार रुपये में सौदा: इस फैसले को सुनकर लड़की पक्ष सन्न रह गया है. पंचों द्वारा फैसला सुनाये जाने के दौरान लड़की का भाई चिल्लाता रहा. वह कहता रहा कि यह फैसला गलत है. मेरी बहन की जिंदगी बर्बाद हो गयी है. अब उसका हाथ कौन थामेगा. लेकिन पंचों को ना तो लड़की के आंसू दिखायी दिए और ना ही उसके भाई की चित्कार.
"हम इस फैसले को स्वीकार नहीं करते हैं. मेरी बहन की जिंदगी इस फैसले से बर्बाद हो जाएगी. मेरी बहन से शादी कौन करेगा? जब शादी हो चुका है तो मेरी बहन अपने पति को क्यों छोड़ेगी? हमें न्याय चाहिए पैसा नहीं."- लड़की का भाई
पुलिस के पास जाने पर लड़की के भाई को धमकाया: फैसले से लड़का पक्ष इतना खुश था कि बिना देरी किए मौके पर ही पंचायत को 10 हजार रुपये दे दिए. लड़की पक्ष लगातार इस फैसले का विरोध कर रहा है. लड़की पक्ष का कहना है कि जब शादी हुई है तो हमारी बेटी इसकी लड़के साथ रहेगा. पैसे लेकर क्यों उसे छोड़ेगी? इसमें हमारी बेटी की क्या गलती है. लड़की के भाई की पुकार जब पंचों ने नहीं सुनी तो उसने पुलिस के पास न्याय की गुहार लेकर जाने का फैसला किया. भाई अपनी बहन को न्याय दिलाने के लिए पुलिस के पास जा ही रहा था कि लड़के के पक्ष के लोगों ने उसे बीच रास्ते में ही घेर लिया और धमका कर घर वापस भेज दिया.
'पंच के फैसले से बर्बाद हो गयी लड़की की जिंदगी': जानकारी के मुताबिक 22 जून को नवविवाहित जोड़ा अपने गांव सकरा आए थे. इसके बाद लड़के के घरवालों ने आनन-फानन में पंचायत बुलवाई. फैसला सुनाने से पहले ही ऐसा लग रहा था कि पंच लड़के और उसके घर वालों के साथ हैं. लड़की पक्ष भी पंचायत से न्याय की आस लगाए था. लेकिन उनकी आस तब चकनाचूर हो गयी जब पंचायत ने मामले को रफा-दफा करते हुए दूल्हे को छोड़ने का सौदा 50 हजार रुपये में कर दिया. अब लड़की का रो रोकर बुरा हाल है. वहीं लड़की पक्ष अपनी बेटी के भविष्य को लेकर चिंतित है.
यह है पूरा मामला: बताया जाता है कि एक महीने पहले 14 साल की लड़की और 19 साल के लड़के ने घर से भागकर उत्तर प्रदेश में जाकर अंतरजातीय शादी रचा ली. इस शादी से गांव में हड़कंप मचा गया. लड़का पक्ष किसी भी तरह से दोनों की शादी तोड़ना चाहता था. लड़की के भाई ने बताया कि लड़का पक्ष वालों ने मेरे पिता काे यह कह कर बहन और उसके पति को गांव बुलाने काे कहा कि अब दोनों यहीं पर रहेंगे. पिता ने झांसे में आकर दोनों को यूपी से 22 जून काे गांव बुलाया. लड़के के घर की दूरी लड़की के घर से मात्र आधा किमी है. फिर भी लड़का अपने परिजन के भय के कारण पूरी रात मेरे लड़की के घर पर ही रहा. 23 जून की सुबह में दोनों के गांव आने की जानकारी लोगों को हुई तो एक सुनसान जगह पर आनन-फानन में पंचायती बुलाई गई. पंचायती में पंचों ने मामले काे रफा-दफा करते हुए दूल्हा काे छोड़ने का सौदा 50 हजार रुपए में तय किया.