मुजफ्फरपुर: बिहार के मुजफ्फरपुर जिले की पुलिस शराब माफियाओं (Liquor Mafia In Muzaffarpur) की संपत्ति का सुराग नहीं ढूंढ पा रही है. जिला प्रशासन की टीम अब तक सही आंकड़े निकालने में अक्षम साबित हुई है. प्रशासन की टीम विभागीय निर्देश के बाद जिले के 14 शराब माफियाओं की संपत्ति जब्त (Property Of 14 Liquor Mafia) करनी है. इसके अलावा परिवारिक सदस्यों जैसे पत्नी, पुत्र-पुत्री के नाम पर अर्जित संपत्ति भी शामिल है.
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इस मामले में संबंधित अंचलाधिकारी से रिपोर्ट तलब की गई है, जिसमें यह कहा गया है कि सभी नामित 14 शराब माफियाओं की संपत्ति का बेवरा जमा करें लेकिन अब तक अंचलाधिकारी के स्तर से सभी शराब माफियाओं की संपत्ति का डाटा नहीं दिया गया है. स्थानीय गुप्त स्रोतों से भी पुलिस को जानकारी नहीं मिल पा रही है लेकिन हर माह जिले में करोड़ों का अवैध शराब का धंधा चल रहा है.
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हाल के दिनों में ही हाईकोर्ट ने शराब माफियाओं की संपत्ति जब्त करने का आदेश दिया था. इस बारे में एसएसपी सरकार ने बताया कि जीन शराब माफियाओं पर शराबबंदी के बाद 3 से अधिक शराब तस्करी के केस दर्ज किए गए हैं, उनकी संपत्ति जब्त करने का प्रस्ताव तैयार किया जा रहा है. कई माफियाओं की संपत्ति का ब्यौरा अंचल कार्यालयों निबंधन कार्यालय और परिवहन विभाग के साथ-साथ अन्य संस्थानों से भी मांगा गया है, जो अब तक प्राप्त है. इसके लिए स्थानीय थाना स्तर से भी पत्राचार किया गया है. साथ ही साथ पुलिस अधिकारी और पदाधिकारी भी अपने स्तर से शराब माफियाओं की संपत्ति का ब्यौरा जुटाने में लगे हैं.
एसएसपी ने कहा कि ब्योरा मिलते ही शराब माफियाओं की संपत्ति जब्ती का प्रस्ताव भेज दिया जाएगा . पुलिस सूत्रों की माने तो अब तक चुन्नू ठाकुर, मुकेश सिंह, सावन ठाकुर, रवि सहनी, विश्वनाथ साह, मिथुन सिंह, राजा साह, सुधीर मंडल, बबुआ डॉन, कन्हाई कुमार, सुजीत कुमार, भोला राय, सूरज गुप्ता, देवानंद राय और राहुल कुमार के संपत्ति का ब्यौरा जुटाया जा रहा है. इन सभी नामों में अवैध शराब के बड़े कारोबारी और स्प्रिट के कारोबारी शामिल है. जिन पर कई मामले दर्ज हैं.
अब देखना होगा कि अवैध शराब के खिलाफ चलाए जा रहे अभियान में संपत्ति जब्त करने की कवायद कब तक पूरी होती है और कब तक अवैध शराब पर लगाम लगाया जाएगा. फिलहाल जिला प्रशासन की टीम को संपत्ति का आंकड़ा हाथ नहीं लगा. पुलिस सूत्रों की माने, तो इन नामों में कई ऐसे बड़े कारोबारी हैं जो अपना प्रॉपर्टी अन्य राज्यों में भी अर्जित किए हैं. जिनका डाटा खंगालना पुलिस के लिए टेढ़ी खीर है लेकिन जिला प्रशासन का दावा है कि जल्द ही सभी शराब माफियाओं का संपत्ति जब्त करने का प्रस्ताव संबंधित विभाग को भेज दिया जाएगा.
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