मुजफ्फरपुर: बिहार में चमकी बुखार का कहर जारी है. बच्चों की मौत का आंकड़ा लगातार बढ़ता जा रहा है. ऐसे में लोग सरकार पर असफल और लापरवाही बरतने का आरोप लगा रहे हैं. सैकड़ों बच्चों की मौत से पूरा देश आहत है. बीमारी के 18 दिनों बाद भी इसके रोकथाम का पता नहीं लग पाया है. ऐसे में सरकार के खिलाफ लोगों का गुस्सा अब दिखने लगा है. लोग सड़कों पर उतर आए हैं.
सरकार को बताया फेल
मुजफ्फरपुर के सदर अस्पताल चौक पर बुधवार को परिवर्तनकारी जनसंघर्ष मंच के लोगों ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का पुतला दहन किया. उन्होंने सरकार के खिलाफ विरोध जताया है. विरोध कर रहे लोगों का कहना है कि सरकार की योजनाएं धरातल पर दम तोड़ रही हैं.
इस्तीफे की कर रहे मांग
लोगों का कहना है कि कुपोषण दूर करने के नाम पर सरकार करोड़ों रुपए पानी की तरह बहा रही है, लेकिन मासूम बच्चों की मौत कुपोषण से हो रही है. मरने वाले सभी बच्चे गरीब घरानों के हैं. प्रदर्शनकारियों की मांग है कि सरकार फेल साबित हुई है. इसलिए सीएम नीतीश को बर्खास्त किया जाना चाहिए.
सीएम के खिलाफ PIL दायर
मालूम हो कि मुजफ्फरपुर के पंकज कुमार ने सीजीएम कोर्ट में सीएम नीतीश कुमार समेत 10 लोगों के खिलाफ पीआईएल दायर किया है. जिसमें उन्होंने सैकड़ों बच्चों की मौत का दोष बिहार सरकार समेत केंद्रीय मंत्रियों पर भी मढ़ा है. इस मामले की सुनवाई 26 जून को होनी है. ज्ञात हो कि मुजफ्फरपुर में 'चमकी' से मरने वाले बच्चों की संख्या 157 तक पहुंच गई है.