मुजफ्फरपुरः पुलिस ने अवैध शराब (Illegal Liquor) से जुड़े लोगों के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की है. शराब से जुड़े विभिन्न मामलों 35 महिला और पुरूष को पुलिस ने धर दबोचा है. जहरीली शराब (Poisonous Liquor) से मौत के बाद सभी इलाकों में पुलिस की कार्रवाई लगातार जारी है.
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जिले के हथौड़ी थाना क्षेत्र के विभिन्न गांव से पुलिस ने छापेमारी कर अवैध शराब से जुड़े विभिन्न मामलों में 35 महिलाओं और पुरुषों को धर दबोचा है. पकड़े गए सभी लोग अवैध शराब के व्यवसाय से जुड़े हैं या फिर शराब का निर्माण करते हैं. करीब 1 दर्जन से अधिक लोग पहले भी अवैध शराब निर्माण में जेल जा चुके हैं.
कुल मिलाकर अवैध शराब बनाने और बेचने के आरोप में सभी की गिरफ्तारी हुई है. पूरे मामले पर पूछे जाने पर पूर्वी डीएसपी मनोज पांडेय ने कहा कि विभिन्न मामलों में पकड़े गए 35 लोग शामिल हैं, जो अवैध शराब बेचने और स्प्रिट से शराब बनाने का धंधा करते हैं. कागजी प्रक्रिया पूरी कर सभी को न्यायिक हिरासत में भेजा जा रहा है.
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बता दें कि बिहार के कई जिलों में जहरीली शराब पीने से अब तक 41 से ज्यादा लोग अपनी जान गंवा चुके हैं. जिसके बाद सरकार की खूब किरकिरी हो रही है. विपक्ष भी नीतीश सरकार से शराबबंदी पर सवाल पूछ रहा है. जिसके बाद सरकार ने पुलिस महकमे को शराब के अवैध कारोबार और सेवन के विरुद्ध सख्त कार्रवाई करने का निर्देश दिया है. जिसके बाद शराब के धंधे से जुड़े कई लोग गिरफ्तार हुए हैं, और जेल भेजे गए हैं.
बता दें कि बिहार में जहरीली शराब पीने से अब तक 41 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई है. सभी लोग गोपालगंज और बेतिया के हैं. इनमें से कई लोगों की आंखों की रोशनी खत्म होने की बात कही गई है. कड़े कानून के बावजूद राज्य में शराब की बिक्री चोरी-छिपे जारी है. जहरीली शराब पीने से दो सेना के जवान भी मौत के मुंह में समा गए. इस साल लगभग 100 से ज्यादा की मौत जहरीली शराब पीने से हो चुकी है. एक सर्वे के मुताबिक बिहार में शराबबंदी के बाद 17 फीसदी शराब की खपत बढ़ गई है. हांलाकि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने छठ बाद कानून की समीक्षा की बात कही है.