मुजफ्फरपुर: जिले की राजकुमारी देवी उर्फ किसान चाची को भारत सरकार की ओर से पद्म श्री पुरस्कार से सम्मानित किया गया. अपनी उपलब्धि पर किसान चाची बेहद खुश हैं. उनके घर अब बधाई देने वालों का तांता लगा हुआ है.
2007 से किसान चाची का नाम मिला
90 के दशक से खेती करती राजकुमारी देवी बीते दिनों को याद करते हुए कहती हैं कि 1990 से खेती शुरू की. 2006 तक तो राजकुमारी देवी के नाम से ही परिचित थी लेकिन 2007 से किसान चाची का नाम मिला. शुरुआती दौर में लोगों की कई बाते भी सुनने को मिली पर मैने अपने काम से जवाब देना जरुरी समझा, और आज पुरस्कार पाकर बेहद खुशी हो रही है.
बनीं हजारों महिलाओं की रोल मॉडल
किसानों के बीच क्रांति की अलख जगाने वाली किसान चाची अब हजारों महिलाओं की रोल मॉडल है.सबसे पहले 2003 में किसान चाची को कृषि मेला के दौरान लालू प्रसाद यादव ने पुरस्कृत किया. उसके बाद 2007 में किसान श्री का सम्मान मिला,और फिर उसके बाद राजकुमारी देवी ने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा
पद्म पुरस्कार पूरे बिहार की उपलब्धि
पद्म पुरस्कार मिलने पर किसान चाची कहती हैं कि यह पुरस्कार सिर्फ मेरा नहीं, बल्कि पूरे बिहार की उपलब्धि है. महिला पुरुष की बंदिशों से उपर उठकर किसान चाची कहती हैं कि अपनी मेहनत और लगन से हासिल की गई यह उपलब्धि बेहद खुशी दे रही है.