मुजफ्फरपुर: लोकआस्था के महापर्व छठ का शनिवार को तीसरा दिन है. शाम में छठ का पहला अर्घ्य दिया गया और ये अस्ताचलगामी सूर्य को दिया जाता है. इस दौरान जल में दूध डालकर सूर्य की आखिरी किरण को छठव्रतियों ने अर्घ्य दिया.
छठ का पहला अर्घ्य का हुआ समापन
जिले में बड़े धूमधाम से लोक आस्था के महापर्व मनाया जा रहा है. बूढ़ी गंडक नदी के किनारे छठव्रतियों ने डूबते सूर्य को अर्ध्य दिया. इस दौरान पूरे घाट पर प्रशासन की ओर से सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए. इसके साथ ही एसडीआरएफ और एनडीआरएफ को तैनात किया गया है.
लोगों में दिखा उत्साह का माहौल
बता दें कि छठ पर्व को लेकर मान्यता है कि सूर्य की एक पत्नी जिसका नाम प्रत्यूषा है उन्हें ही यह अर्घ्य दिया जाता है. इसके अलावा संध्या समय अर्घ्य देने से कुछ विशेष तरह के लाभ होते है. कहा जाता है कि इससे आंखों की रोशनी बढ़ती है और आयु लंबी होती है साथ ही आर्थिक सम्पन्नता आती है.