मुजफ्फरपुर: बिहार के मुजफ्फरपुर (Muzaffarpur) जिले में चमकी बुखार (Chamki Fever In Muzaffarpur ) ने एक बार फिर तेजी से सिर उठाना शुरू कर दिया है. जिले में आए दिन किसी न किसी बच्चे की मौत हो रही है. वहीं बीती रात एसकेएमसीएच (SKMCH) के पीकू वार्ड में भर्ती एक बच्ची ने दम तोड़ दिया. बता दें कि इस वर्ष अब तक कुल 10 बच्चों की मौत हो चुकी है.
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बढ़ती गर्मी और उमस के बीच चमकी बुखार के मामले में एक बार फिर इजाफा देखने को मिल रहा है. रविवार को एसकेएमसीएच में चमकी बुखार से इलाज के दौरान मोतिहारी की सलोनी कुमारी की मौत हो गई. वर्तमान समय में एसकेएमसीएच में चमकी बुखार से पीड़ित कुल 9 बच्चे भर्ती हैं.
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एसकेएमसीएच में भर्ती 9 बच्चों में से 5 में चमकी की पुष्टि हो चुकी है. वहीं चार बच्चे अभी सस्पेक्टेड हैं. इन बच्चों का चिकित्सकों की गहन निगरानी में इलाज की जा रही है. चमकी बुखार से पीड़ित ये सभी बच्चे मोतिहारी, वैशाली, सीतामढ़ी और मुजफ्फरपुर जिले से आए हैं. गौरतलब है कि इस साल अभी तक चमकी बुखार के लक्षण वाले 44 बच्चों में चमकी बुखार की पुष्टि हो चुकी है. जिसमें से 10 बच्चों की मौत भी हो चुकी है.
बच्चों को चमकी बुखार जैसे जानलेवा बीमारियों से बचाने के लिए कुछ एहतियातन बरतना आवश्यक है. बच्चों को जैपीनीज एनसेफलाइटीस की वैक्सीन दी जानी चाहिए. इसके साथ ही बच्चों को मच्छरों से बचा कर रखना चाहिए. क्योंकि ऐसी बीमारियां मस्क्योटो बाइट से ज्यादा फैलती हैं. बच्चों को उन जगहों पर नहीं जाने दिया चाहिए, जहां पक्षियां और सूअर रहते हैं. इसके साथ ही बच्चों को खाना खाने से पहले और बाद में साबून से हाथ जरूर धुलाना चाहिए. माता-पिता को ध्यान देते रहना चाहिए कि बच्चों के शरीर में ग्लूकोज की कमी न होने दें.