मुजफ्फरपुर: चमकी बुखार से मुजफ्फरपुर में सैंकड़ों बच्चों की मौत हो गई. बच्चों की मौत पर अब सियासत भी खूब तेजी से हो रही है. सीएम नीतीश कुमार के खिलाफ विपक्ष के नेता पदयात्रा निकालने में लगे हैं. इस लिस्ट में पूर्व सांसद डॉ अरुण कुमार का भी नाम जुट गया.
सड़क से संसद तक चलेगा आंदोलन
राष्ट्रीय समता पार्टी के संरक्षक व जहानाबाद के पूर्व सांसद डॉ अरुण कुमार मंगलवार को मड़वन प्रखंड के पकड़ी पहुचे. जहां उनका भव्य स्वागत किया गया. दरअसल सरकार के विरोध में अरूण कुमार नीतीश हटाओ-भविष्य बचाओ यात्रा कर रहे हैं. नुक्कड़ सभा को संबोधित करते हुए कहा कि मजबूरन दुःखी होकर आंदोलन करने का फैसला लिया है. यह आंदोलन पुरे बिहार में चलेगा. सरकार के खिलाफ सड़क से संसद तक आंदोलन जारी रहेगा.
सरकार को इस्तीफा देना चाहिए
सीएम नीतीश पर आरोप लगाते हुए कहा कि 14 साल के शासनकाल में स्वास्थ्य और शिक्षा का बुरा हाल हो गया है. पिछले 14 वर्षों में नीतीश सरकार ने शिक्षा स्वास्थ्य को बर्बाद कर दिया. पिछले आठ साल से यहां बच्चे मर रहे हैं. लेकिन सरकार कुछ नहीं कर पा रही. नीतीश कुमार केवल घोषणा करते हैं. जो बच्चों को जिन्दगी नहीं बचा सकती ऐसी सरकार को खुद ही इस्तीफा दे देना चाहिए. इस सरकार में पुरुषों की बच्चेदानी निकाल कर सरकारी पैसे को पचा लिया जाता है. यहां भ्रष्टाचार का बोलबाला है. चमकी बुखार की जांच रिपोर्ट पर सरकार कुंडली मार कर बैठी है. सरकारी अस्पतालों में इन्फ़्रास्ट्रक्चर नहीं है. कहने को तो नीतीश कुमार गरीब की राजनीति करते है, परन्तु गरीबों को स्वास्थ्य सुविधाएं मुहैया नहीं करा पा रहे..
डॉक्टरों के पद हैं खाली, सरकार हाथ धर कर है बैठी
जबकि पूर्व मंत्री रेणु कुशवाहा ने कहा कि डॉक्टरों के पद खाली हैं. इसे भरने के बजाए सरकार हाथ पर हाथ धर कर बैठी है. बच्चों की मौत पर नीतीश कुमार अपना चेहरा बचा रहे हैं. इस मौके पर राष्ट्रीय उपाध्यक्ष शशिकुमार सिंह, प्रदेश अध्यक्ष डॉ अजय अलमस्त, जिलाध्यक्ष अशोक भगत, विनोद कुशवाहा,परशुराम झा, समेत बड़ी संख्या में पार्टी नेता शामिल थे.