मुंगेर: सीएम नीतीश कुमार ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से जिले के क्वॉरेंटाइन सेंटर का जियजा लिया. राजकीय अंबेडकर आवासीय बालिका उच्च विद्यालय और कस्तूरबा आवासीय विद्यालय टेटियाबम्बर में रह रहे प्रवासियों से फीडबैक ली. साथ ही कैंप में मिल रही सुविधाओं के बारे में पूछा.
वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से प्रवासियों ने सीएम से कहा कि अगर उन्हें बिहार में ही काम मिल जाए तो वे दूसरी जगह नहीं जाएंगे. इस दौरान सीएम नीतीश कुमार ने मजदूरों को आश्वासन दिया कि वे हर संभव कोशिश करेंगे कि उन्हें स्थानीय स्तर पर काम दिया जाए. इसके बाद मुख्यमंत्री ने जिलाधिकारी राजेश मीणा से मजदूरों को उनके कौशल के अनुसार काम दिलाने की बात कही. साथ ही बाहर से आने वाले लोगों के लिए रोजगार सृजन में कार्यक्रम चलाने का निर्देश दिया.
DM ने दी जानकारी
इस बैठक में डीएम राजेश मीणा ने बाहर से आने वाले लोगों की पूरी जानकारी सीएम को दी. उन्होंने बताया कि जिले में अब तक 10,925 मजदूर दूसरे राज्यों से आए है. इनमें से 9,309 विभिन्न क्वॉरेंटाइन कैंप में रह रहे हैं. जिसमें 827 लोगों को जॉब कार्ड निर्गत किया गया है. डीएम ने बताया कि क्वॉरेंटाइन अवधि पूरा होने के बाद इन्हें रोजगार दिया जाएगा. उन्होंने आगे कहा कि इसके साथ-साथ कारपेंटरी, टाइल्स, ईंट निर्माण, रेडिमेड गारमेंट्स, पेवर ब्लॉक, टेलरिंग आदि क्षेत्रों में क्लस्टर विकास करने की योजना है.
बैठक में मौजूद अधिकारी
वहीं, सीएम ने टेटियाबम्बर में डीडीसी संजय कुमार से प्रवासी मजदूरों के बारे में जानकारी ली और भोजन की गुणवत्ता का भी जायजा लिया. मुख्यमंत्री ने जिले के क्वॉरेंटाइन कैम्पों की व्यवस्था देख संतुष्टि व्यक्त की. इस मौके पर एसपी लिपी सिंह, एडीएम डॉ. विद्यानंद सिंह, डीआरडीए निदेशक राजेश कुमार, एसडीओ खगेशचंद्र झा, डीपीआरओ दिनेश कुमार सहित अन्य उपस्थित थे.