मुंगेर: जिले में दुर्गा पूजा विसर्जन शोभायात्रा में गोलीबारी एवं लाठीचार्ज के विरोध में भड़की हिंसा के बाद चुनाव आयोग ने मुंगेर के तत्कालीन डीएम राजेश मीणा और एसपी लिपि सिंह को हटाकर नए डीएम और एसपी की नियुक्ति कियास है. इस पूरे घटना पर स्थानीय लोगों का कहना था कि प्रशासन के कारण ही विसर्जन शोभायात्रा में गोलीबारी हुई है.
5 थानों को किया गया आग के हवाले
मुंगेर गोलीकांड की घटना में 22 वर्षीय अनुराग पोद्दार की मौत भी हुई थी. लोगों का मानना था कि इस घटना का जिम्मेदार डीएम और एसपी हैं. इसलिए अविलंब डीएम और एसपी को हटाते हुए उन पर कार्रवाई की जाए. साथ ही घटना में शामिल दो थाना अध्यक्ष को निलंबित कर कार्रवाई की जाए. 48 घंटे बीत जाने के बाद जब कार्रवाई नहीं हुई तो स्थानीय लोग उग्र होकर जस्टिस फॉर अनुराग की मांग को लेकर सड़कों पर उतर गए. इस दौरान भीड़ ने जिले के 5 थानों को आग के हवाले कर दिया. एसपी कार्यालय, एसडीओ के आवास पर पत्थरबाजी एवं तोड़फोड़ भी की गई. इस घटना के कुछ घंटे बाद ही चुनाव आयोग ने डीएम और एसपी को बदल दिया.
हेलीकॉप्टर से पहुंचे नए डीएम और एसपी
पटना से नए डीएम रचना पाटिल एवं एसपी मानव जीत सिंह ढ़िल्लो हेलीकॉप्टर से मुंगेर पहुंचे. मुंगेर के सफियाबाद हवाई अड्डा पर दोनों का हेलीकॉप्टर देर शाम लैंड किया. डीएम और एसपी ने गुरुवार को समाहरणालय पहुंचकर अपना पदभार संभाला.
शांति व्यवस्था करना ही पहली प्राथमिकता
डीएम और एसपी समाहरणालय सभाकक्ष पहुंचकर पदभार ग्रहण किया. पदभार ग्रहण करते ही उन्होंने कहा कि मुंगेर में स्थिति चुनौतीपूर्ण है. हमारी पहली प्राथमिकता है लॉ एन्ड ऑर्डर को मेंटेन करना. डीएम रचना पाटिल ने कहा कि हम लोग परिजन से मिलेंगे. स्थिति सामान्य बनाने में लोग सहयोग करें. एसपी मानव जीत सिंह ढिल्लों ने कहा कि लोग कानून को हाथ में ना लें, जो भी घटना हुई वह दुर्भाग्यपूर्ण है. दोषी को सजा जरूर मिलेगी. शांति व्यवस्था कायम करने में लोग मदद करें.
जानिए कौन हैं मुंगेर की नई डीएम रचना पाटिल
रचना पाटिल मूल रूप से छत्तीसगढ़ के राजनंदगांव जिले की रहने वाली हैं. रचना पाटिल 2010 बैच की IAS हैं. उनकी सबसे पहले तैनाती मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के गृह जनपद नालंदा में बतौर डीडीसी हुई थी. बतौर डीएम उनकी पहली पोस्टिंग वैशाली जिले में हुई थी. यहां पर वह अपने कामों को लेकर काफी चर्चा में रही. वैशाली जिले के बाद उन्हें पटना भेज दिया गया. पटना में वह सहकारिता विभाग में सहयोग समितियों के निबंधक पद पर सेवा दे रही थीं, जिसके बाद यहां से उन्हें मुंगेर जिले की कमान सौंप दी गई है.