मुंगेर: बिहार विधानसभा चुनाव में मतगणना के दौरान कुछ ऐसा देखने को मिला जिसके बाद से जमालपुर विधानसभा क्षेत्र से एनसीपी प्रत्याशी इंद्रदेव दास का लोकतंत्र के महापर्व से विश्वास ही डगमगा गया. दरअसल, एनसीपी प्रत्याशी के घर में उनको मिलाकर 18 सदस्य है. सभी सदस्यों ने बूथ संख्या 177 पर मतदान किया लेकिन जब 1वोटों की गिनती हुई तो ईवीएम ने बूथ संख्या 177 पर मात्र 2 ही वोट उनके पक्ष में दिखाए.
'परिवार में सदस्य 18 फिर भी मिले 2 वोट'
जमालपुर विधानसभा क्षेत्र से एनसीपी के टिकट पर इंद्रदेव दास लोकतंत्र के महापर्व में अपनी किस्मत आजमाने जमालपुर से उतरे थे. उन्होंने कहा कि विधानसभा चुनाव लड़ने के लिए मेरे पास ना तो पर्याप्त धन था और ना ही लोग. इंद्रदेव दास ने कहा कि परिवार के सभी सदस्यों ने पिछले 15 दिनों से हमारी जीत के लिए पैसे भी लगाए और शारीरिक श्रम करने के लिए वोट भी मांगे.
'18 सदस्य वाले परिवार ने जब वोट किया तो 2 वोट ही कैसे मिले. ये छोटे दलों को हराने की साजिश है और मैं इसके खिलाफ कोर्ट का दरवाजा खटखटाऊंगा'- इंद्रदेव दास, एनसीपी प्रत्याशी, जमालपुर विधानसभा क्षेत्र
नतीजों के बाद से नेताजी परेशान
विधानसभा चुनाव के नतीजों के बाद से ही नेताजी परेशान है कि आखिर उनके परिवार के ही 18 सदस्यों के वोट उन्हें क्यों नहीं मिले. एनसीपी प्रत्याशी इंद्रदेव दास का कहना है कि उनके साथ ऐसा कैसे हो गया. क्या उनके परिवार के लोगों ने ही उन्हें धोखा दे दिया या ईवीएम ने खेला कर दिया. ऐसे में अब नेता जी कोर्ट जाने की तैयारी में है.