मुंगेर(जमालपुर): बिहार के मुंगेर जिले के जमालपुर निवासी डॉ. रामजी सिंह (Ramji Singh Honored With Padma Shri) को पदमश्री पुरस्कार से सम्मानित किया गया है. भारत के राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद (Ramnath Kovind) ने सामाजिक कार्य के लिए उन्हें पदमश्री पुरस्कार प्रदान किया है. इससे पूरा जमालपुर शहर सहित मुंगेर जिला गौरवान्वित हुआ है.
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रामजी सिंह का जन्म जमालपुर के इंद्रुख गांव में हुआ था. उन्होंने इंटर की पढ़ाई आरडी एंड डीजे कॉलेज, मुंगेर से की थी. वहीं उन्होंने एमए की पढ़ाई पटना विश्वविद्यालय से की थी. गांधी जी के विचारों के प्रसार के लिए तिलकामांझी भागलपुर विश्विद्यालय (टीएमबीयू) में पीजी गांधी विचार विभाग की स्थापना उन्होंने की थी. उस समय गांधी विचार की पढ़ाई कराने वाला यह एशिया का अकेला केंद्र हुआ करता था.
पदमश्री रामजी सिंह अभी दिल्ली से लौटे नहीं है. फोन पर उनसे बातचीत हुई. बातचीत के दौरान उन्होंने गांधी जी की सबसे बड़ी खासियत के सवाल पर कहा कि सभी कहते हैं "गॉड इज ट्रुथ" लेकिन गांधीजी ने कहा कि "ट्रुथ इज गॉड" यानी सत्य ही ईश्वर है. उन्होंने नई पीढ़ी का एक तबका गांधीजी के बजाय गोडसे को पसंद करने के सवाल पर कहा कि गांधी जी की हत्या कर दी गई इससे बुरी बात और कुछ नहीं हो सकती थी. इसे समझने की जरूरत है.
रामजी सिंह ने कहा कि गांधी जी अहिंसा के लिए पूरी दुनिया में जाने गए. आज के युवाओं को समझना चाहिए कि हत्या कितना बड़ा कुकर्म और अपराध है. उनकी विचारधारा का प्रसार नई पीढ़ी में ज्यादा से ज्यादा होना चाहिए. उन्होंने कहा कि कर्म और अहिंसा ही गांधी के मायने है. लोगों को गले लगाना दलितों को उठाना कमजोर को आगे बढ़ाना ही गांधी के विचार हैं. इनका प्रसार होना चाहिए. उन्होने कहा कि जल्द ही वे जमालपुर लौटेंगे.
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