मुंगेर: बिहार के मुंगेर जिले के नगर निगम के (Munger Nagar Nigam) सफाई कर्मी काम पर लौट आए हैं. सोमवार से शहर की युद्ध स्तर पर सफाई की जा रही है. सड़कों पर जमे कूड़े के अंबार एवं बजबजाती नालियों से निकलने वाली बदबू से लोगों को निजात मिलने लगी है. बता दें कि इस दौरान पूरा वेतन नहीं मिलने के कारण सफाई कर्मियों ने काला बिल्ला लगाकर काम किया.
इसे भी पढ़ें : डीएमसीएच में नर्सों की हड़ताल दूसरे दिन भी रहा जारी, अस्पताल की स्वास्थ्य व्यवस्था चरमराई
दरअसल, सफाई कर्मियों ने दुर्गा पूजा को लेकर 3 दिनों के लिए हड़ताल तोड़कर काम पर लौट गये हैं. सभी लोग शहर की सफाई में जुट गये हैं. पिछले 3 माह के बकाए वेतन के भुगतान की मांग को लेकर पर्व त्योहार के वक्त हड़ताल पर हैं. सफाई कर्मी सहित अन्य विभाग के कर्मी कार्य को पिछले 15 दिनों से ठप किये हैं. लेकिन दुर्गा पूजा को लेकर नगर निगम के कर्मी एवं सफाई कर्मी 3 दिनों के लिए हड़ताल से वापस आ गए हैं.
बता दें कि नगर निगम के आयुक्त एवं उपायुक्त का तबादला अन्य शहर में हो जाने के कारण यहां अब तक अस्थाई नगर आयुक्त एवं उपायुक्त काम कर रहे हैं. इस कारण नगर निगम के सफाई कर्मियों एवं अन्य कर्मियों का 3 माह का वेतन बकाया है. जब सफाईकर्मी हड़ताल पर चले गए तब जिला प्रशासन ने सरकार के निर्देश पर मुंगेर के एडीएम उपसमाहर्ता विद्यानंद सिंह को नगर आयुक्त का प्रभार दिया गया. जिसके बाद आनन-फानन में 2 माह का वेतन बनाया गया लेकिन वह भी समय पर भुगतान नहीं हो पाया है.
नगर निगम के आयुक्त एवं उपायुक्त का तबादला अन्य शहर में हो जाने के कारण यहां अब तक अस्थाई नगर आयुक्त एवं उपायुक्त सरकार में नहीं बहाल किया गया है. इसके कारण नगर निगम के सफाई कर्मियों एवं अन्य कर्मियों का 3 माह का वेतन बकाया है. नगर निगम के कर्मी जब हड़ताल पर चले गए तब प्रशासन ने सरकार के निर्देश पर एडीएम उप समाहर्ता विद्यानंद सिंह को नगर आयुक्त का प्रभार दिया गया. आनन-फानन में 2 माह का वेतन बनाया गया लेकिन वह भी समय पर भुगतान नहीं हो पाया.
वहीं, नगर निगम सफाई कर्मी के नेता ब्रह्मदेव महतो ने बताया कि दुर्गा पूजा शहर में साफ सफाई जरूरी है. सफाई नहीं होने के कारण शहर की नारकीय स्थिति हो गई थी. जगह- जगह कूड़े कचरे का अंबार लग गया था. इसको देखते हुए जनहित में नगर निगम के कर्मी एवं सफाई कर्मी 3 दिनों के लिए हड़ताल से वापस आकर काम पर लग गए हैं. नगर निगम की मेयर रूमा राज ने बताया कि नगर निगम में स्थाई आयुक्त एवं उपायुक्त नहीं रहने के कारण ऐसे हालात हुए हैं. वरीय उप समाहर्ता द्वारा कार्य का निष्पादन सही समय पर नहीं करने के कारण यह समस्या उत्पन्न हुई है. आगे यह समस्या नहीं होगी.
यह भी पढ़ें- महीनों से वेतन नहीं मिलने पर हड़ताल पर अस्पताल के डाटा ऑपरेटर.. दी अर्धनग्न प्रदर्शन की चेतावनी