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माघी पूर्णिमा पर आस्था की डुबकी, गंगा घाटों पर उमड़ी श्रद्धालुओं की भीड़ - ईटीवी बिहार न्यूज

माघी पूर्णिमा पर गंगा स्नान का विशेष महत्व है. कहा जाता है कि आज के दिन भगवान विष्णु गंगा में वास करते हैं. इस दिन दान, स्नान, पूजन का विशेष महत्व बताया गया है. आगे पढ़ें पूरी खबर...

Ganga Snan
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Published : Feb 16, 2022, 9:36 AM IST

Updated : Feb 16, 2022, 11:02 AM IST

मुंगेर : पूरे देश में श्रद्धापूर्वक माघी पूर्णिमा मनाया जा रहा है. इस अवसर पर गंगा में श्रद्धालु आस्था की डुबकी (Ganga Snan On Maghi Purnima) लगा रहे हैं. श्रद्धालु गंगा स्नान और पूजा पाठ कर दान पुण्य भी कर रहे हैं. कहा जाता है कि आज के दिन गंगा स्नान (Maghi Purnima In Munger) कर दानपुण्य करने से घर में सुख समृद्धि आती है. मुंगेर के कष्टहरणी घाट, सोझी घाट एवं बबुआ घाट में सुबह से ही हजारों की भीड़ गंगा स्नान करने पहुंच रही है.

ये भी पढ़ें- वैशाली में पूर्णिमा स्नान को लेकर चप्पे-चप्पे पर पैनी नजर, 300 मजिस्ट्रेट और 1200 पुलिसकर्मियों की तैनाती

माघी पूर्णिमा का विशेष महत्व है. कहा जाता है कि आज के दिन भगवान विष्णु गंगा में वास करते हैं. इस संबंध में प्रसिद्ध ज्योतिषाचार्य अविनाश कुमार शास्त्री ने बताया कि इस पूरे माह में देवता मनुष्य का रूप धारण करके धरती पर रहते हैं. पूर्णिमा के दिन देव आखिरी बार स्नान दान आदि करते हैं और इसके बाद अपने देवलोक लौट जाते हैं. इस कारण इस पूरे माह में ही दान, स्नान, पूजन का विशेष महत्व बताया गया है.

''जो लोग पूरे माह दान पुण्य ना कर सकें, वे कम से कम पूर्णिमा के दिन स्नान, दान और ​जाप आदि कर सकते हैं. मान्यता है कि माघ पूर्णिमा के दिन भगवान विष्णु गंगाजल में निवास करते हैं. इस दिन गंगा स्नान करने से सुख-सौभाग्य, धन-संतान और मोक्ष की प्राप्ति होती है.'' - ज्योतिषाचार्य अविनाश कुमार शास्त्री

सुरक्षा के लिए गंगा घाटों पर तैनात हैं गोताखोर : माघी पूर्णिमा को लेकर हजारों श्रद्धालु गंगा में आस्था की डुबकी लगा रहे हैं. कोई अनहोनी ना हो जाए इसके लिए सदर अनुमंडल पदाधिकारी के निर्देश पर बबुआ घाट, सोझी घाट, कष्ट हरणी घाट पर 15 गोताखोरों की प्रतिनियुक्ति की गई है.

''प्रत्येक घाट पर पांच-पांच गोताखोर 2-2 स्पीड बोट के साथ तैनात हैं. हम लोग लगातार गंगा में गस्ती कर रहे हैं. ध्वनि विस्तारक यंत्र के माध्यम से श्रद्धालु को गहरे पानी में नहीं आने के लिए आगाह कर रहे हैं. साथ ही अगर कोई गंगा में डूबने लगता है तो हम लोग गंगा में छलांग लगाकर उसे बचाने की भी कोशिश करते हैं.'' - जितेंद्र साहनी, गोताखोर

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मुंगेर : पूरे देश में श्रद्धापूर्वक माघी पूर्णिमा मनाया जा रहा है. इस अवसर पर गंगा में श्रद्धालु आस्था की डुबकी (Ganga Snan On Maghi Purnima) लगा रहे हैं. श्रद्धालु गंगा स्नान और पूजा पाठ कर दान पुण्य भी कर रहे हैं. कहा जाता है कि आज के दिन गंगा स्नान (Maghi Purnima In Munger) कर दानपुण्य करने से घर में सुख समृद्धि आती है. मुंगेर के कष्टहरणी घाट, सोझी घाट एवं बबुआ घाट में सुबह से ही हजारों की भीड़ गंगा स्नान करने पहुंच रही है.

ये भी पढ़ें- वैशाली में पूर्णिमा स्नान को लेकर चप्पे-चप्पे पर पैनी नजर, 300 मजिस्ट्रेट और 1200 पुलिसकर्मियों की तैनाती

माघी पूर्णिमा का विशेष महत्व है. कहा जाता है कि आज के दिन भगवान विष्णु गंगा में वास करते हैं. इस संबंध में प्रसिद्ध ज्योतिषाचार्य अविनाश कुमार शास्त्री ने बताया कि इस पूरे माह में देवता मनुष्य का रूप धारण करके धरती पर रहते हैं. पूर्णिमा के दिन देव आखिरी बार स्नान दान आदि करते हैं और इसके बाद अपने देवलोक लौट जाते हैं. इस कारण इस पूरे माह में ही दान, स्नान, पूजन का विशेष महत्व बताया गया है.

''जो लोग पूरे माह दान पुण्य ना कर सकें, वे कम से कम पूर्णिमा के दिन स्नान, दान और ​जाप आदि कर सकते हैं. मान्यता है कि माघ पूर्णिमा के दिन भगवान विष्णु गंगाजल में निवास करते हैं. इस दिन गंगा स्नान करने से सुख-सौभाग्य, धन-संतान और मोक्ष की प्राप्ति होती है.'' - ज्योतिषाचार्य अविनाश कुमार शास्त्री

सुरक्षा के लिए गंगा घाटों पर तैनात हैं गोताखोर : माघी पूर्णिमा को लेकर हजारों श्रद्धालु गंगा में आस्था की डुबकी लगा रहे हैं. कोई अनहोनी ना हो जाए इसके लिए सदर अनुमंडल पदाधिकारी के निर्देश पर बबुआ घाट, सोझी घाट, कष्ट हरणी घाट पर 15 गोताखोरों की प्रतिनियुक्ति की गई है.

''प्रत्येक घाट पर पांच-पांच गोताखोर 2-2 स्पीड बोट के साथ तैनात हैं. हम लोग लगातार गंगा में गस्ती कर रहे हैं. ध्वनि विस्तारक यंत्र के माध्यम से श्रद्धालु को गहरे पानी में नहीं आने के लिए आगाह कर रहे हैं. साथ ही अगर कोई गंगा में डूबने लगता है तो हम लोग गंगा में छलांग लगाकर उसे बचाने की भी कोशिश करते हैं.'' - जितेंद्र साहनी, गोताखोर

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Last Updated : Feb 16, 2022, 11:02 AM IST
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