मुगेंर: कोरोना वायरस महामारी की रोकथाम के लिए देशभर में लॉकडाउन लगाया गया. ऐसे में केंद्र और राज्य सरकारों ने पेंशन भोगियों को तीन महीने अग्रिम पेंशन देने का ऐलान कर दिया. लेकिन धरातल पर ये ऐलान खरा उतरता दिखाई नहीं देता. पूरा मामला स्वतंत्रता सैनिक सम्मान पेंशन से जुड़ा हुआ है.
मुंगेर जिले के स्वतंत्रता सेनानी स्वर्गीय रामाधीन सिंह की पत्नी शिव देवी को स्वतंत्रता सेनानी सम्मान पेंशन मिलती थी. तकरीबन 90 साल की उम्र पार कर शिव देवी और उनका परिवार कोणार्क सिनेमा हॉल के समीप रहता है. पुत्र सुधाकर सिंह के मुताबिक पिछले तीन महीने से उनकी मां को पेंशन नहीं मिली है.
'किसी को नहीं भेजी गई पेंशन'
शिव देवी मिलने वाली पेंशन पर ही आश्रित हैं. लॉकडाउन के चलते घर आर्थिक संकट से जूझ रहा है. उम्र के इस पड़ाव में शिव देवी बीमार रहती हैं. ऐसे में पैसे के अभाव में दवा तक नही खरीद पा रही हैं. मुगेंर स्थित पंजाब नेशनल बैंक में, जब उनके पुत्र सुधाकर सिंह पेंशन की बात करने गये, तो उन्हें यह कह कर भेज दिया गया कि ऐसे कई मामले हैं, जो इस कोरोना काल की वजह से सुलझ नहीं रहे हैं. सरकार ने अब तक किसी भी स्वतंत्रता सेनानी को राशि नहीं भेजी है.
- जानकारी मुताबिक, बैंक इस मामले में उदासीन रवैया अपना रहे हैं.
की जाएगी कार्रवाई
इस बाबत जिलाधिकारी राजेश मीणा से बात की गई, तो उन्होंने कहा कि अभी तक ऐसी कोई जानकारी उनके संज्ञान में नहीं आई है. अगर ऐसा कुछ है, जानकारी मिलती है, तो मामले की जांच करवाई जाएगी. जो भी दोषी होंगे, उनके खिलाफ कार्रवाई होगी.
स्वंत्रतता सेनानियों के कई लाभुक अपने जीवन के अंतिम पायदान पर पहुंच गये हैं. अपनी जिंदगी बचाने के लिए उनके पास दवा खरीदने तक के पैसे पूरे नहीं हो रहे हैं. वहीं, बैंक प्रबंधन पूरे मामले को लेकर उदासीन रवैया बरते हुए है. शिव देवी जैसे न जाने कितने पेंशन भोगी होंगे, जिनके खाते में तीन महीने से पेंशन नहीं पहुंची है.