मुंगेर: बड़ी दुर्गा महारानी (Badi Durga Maharani) की विसर्जन शोभायात्रा में इस बार किसी तरह की गड़बड़ी न हो, इसको लेकर प्रशासन अलर्ट है. कड़े इंतजामों के बीच उपद्रवियों की एक नहीं चलेगी. 2020 में विसर्जन शोभायात्रा के दौरान हुई घटना से सबक लेते हुए इस बार जिलाधिकारी नवीन कुमार (Munger DM Naveen Kumar) से लेकर एसपी जे जे रेड्डी (SP JJ Reddy) तक पूरी तरह अलर्ट मोड में हैं.
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बड़ी दुर्गा मां की विसर्जन शोभायात्रा 32 कहारों के कंधे पर सवार होकर निकलती है. 2 दिनों तक चलने वाले विसर्जन शोभायात्रा में श्रद्धालुओं का विहंगम दृश्य देखने को मिलता है. लगभग 5 हजार श्रद्धालु एक साथ माता की आरती में भाग लेते हैं. बड़ी मां की शोभायात्रा 20 घंटों तक शहर के प्रमुख चौक चौराहों से गुजरकर सोझी घाट में विसर्जित होती है.
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बिहार में 10 दिनों तक चलने वाला त्योहार दशहरा अपने पूर्णतया की ओर है. लेकिन मुंगेर में दशहरा 10 दिनों तक नहीं बल्कि 12 दिनों तक चलता है. यहां 11वीं एवं 12वीं पूजा तक विसर्जन होता है. विसर्जन शोभायात्रा पूरे देश में मुंगेर का खास है. पिछले वर्ष विसर्जन शोभायात्रा में बड़ी घटना घटी थी. इस वर्ष उस तरह की घटना की पुनरावृत्ति ना हो, इसके लिए जिला प्रशासन ने सुरक्षा के व्यापक इंतजाम किए हैं. विसर्जन शोभायात्रा के लिए 9 कंट्रोल रूम बनाए गए हैं. सीसीटीवी एवं ड्रोन से निगरानी की जा रही है. वहीं सादे लिबास में पुलिस के जवान प्रतिनियुक्त किए गए हैं.
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डीएम नवीन कुमार ने बताया कि बड़ी दुर्गा प्रतिमा शुक्रवार शाम 5:00 बजे शादीपुर प्रांगण से निकलकर, अगले दिन सुबह 11:00 बजे तक यह प्रतिमा शहर के विभिन्न मार्ग से होते हुए सोझी घाट में 11:30 बजे विसर्जन के लिए पहुंचती है. 32 कहारों के कंधे से मां के विसर्जन की शोभायात्रा निकलती है. बड़ी दुर्गा महारानी के विसर्जन में लगभग 10,000 से अधिक श्रद्धालु शामिल होते हैं. ऐसे में बड़ी घटना ना घटे इसके लिए प्रशासन ने नौ स्थानों पर कंट्रोल रूम बनाया है.
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एसपी जे जे रेड्डी ने बताया कि दुर्गा प्रतिमा विसर्जन शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न हो इसके लिए अलग-अलग स्थानों पर 9 कंट्रोल रूम बनाकर वहां सीसीटीवी संधारित किए गए हैं. सीसीटीवी एवं ड्रोन से निगरानी की जा रही है. विसर्जन शोभायात्रा मार्ग पर भी सीसीटीवी लगाए गए हैं. इसके अलावा ड्रोन से भी पूरे विसर्जन शोभायात्रा की मॉनिटरिंग हो रही है.
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इस संबंध में एसपी ने बताया कि विसर्जन शोभायात्रा में लगभग ग्यारह सौ पुलिस जवान अलग-अलग स्थानों पर प्रतिनियुक्त किए गए हैं. इसमें पटना से 200 पुलिस जवान, 100 होमगार्ड के जवान सहित कुल 300 जवान मिले हैं. मुंगेर जिले में 700 पुलिसकर्मी पुलिस के जवान तथा 400 पुलिस अधिकारियों को विसर्जन शोभायात्रा शांतिपूर्ण संपन्न कराने के लिए लगाया गया है. इसके अलावा 9 क्विक रिस्पांस टीम भी लगातार भ्रमणशील है. सभी अनुमंडल में अनुमंडल पदाधिकारी विसर्जन शोभायात्रा के प्रमुख निगरानी में रहेंगे. इसके अलावा मुख्यालय से डीएम और एसपी भी अपनी पैनी नजर विसर्जन शोभायात्रा पर बनाए हुए हैं.
डीएम नवीन कुमार ने सभी पूजा समितियों से अपील की है कि विसर्जन शोभायात्रा में सभी प्रतिमा निर्धारित रूट से ही चलें और समय का ध्यान रखा जाए. किसी भी तरह का पारंपरिक अस्त्र गंगा किनारे नहीं लाया जा सकता है. भगत सिंह चौक के पास से ही लाठी भाला आदि लौट जाएंगे. निशान भी आगे नहीं जाएगा. केवल प्रतिमा और पूजा समिति के ही लोग घाट पर जाकर विसर्जन कर पाएंगे. उन्होंने लोगों से सहयोग करने की अपील की है.