मधुबनी: झंझारपुर में बाल श्रम कानून की धज्जियां उड़ाई जा रही है. यहां नाबालिग बच्चों से सफाई का काम करवाया जा रहा है. वहीं, कुछ पैसे के लालच में बच्चे काम करने को मजबूर हो जाते हैं. बताया जाता है कि नालों की उड़ाही, सफाई, वार्ड में झाड़ू लगाने का काम करवाया जाता है.
संवेदक पर होगी कार्रवाई
नगर पंचायत झंझारपुर के कार्यपालक पदाधिकारी अमित कुमार ने बताया कि इस तरह की सूचना कभी नहीं मिली है, लेकिन कुछ दिनों से बच्चों से काम करवाने की सूचना मिल रही है. इसकी जांच की जाएगी. उन्होंने कहा कि मामला अगर जांच में सही पाया जाता है तो संवेदक पर कार्रवाई करते हुए उसके टेंडर को समाप्त कर दिया जाएगा.
गंदगी का लगा है अंबार
बता दें कि नगर पंचायत झंझारपुर में सफाई के नाम पर 5 लाख मासिक खर्च की जा रही है, लेकिन उसके बाद भी नगर पंचायत क्षेत्र में गंदगी का अंबार लगा रहता है. सफाई सिर्फ कागजों पर ही दिखाई दे रही है. मीडिया में खबर आने के बाद सफाई की खानापूर्ति कर दी जाती है. वहीं, नगर अध्यक्ष वीरेन्द्र नारायण भंडारी ने बताया कि कचरा जमा होने की सूचना मिली है. उन्होंने कहा कि मॉनिटरिंग कर अविलंब सफाई करवाएंगे.