मधुबनी: जिले में कृषि मंत्री सह जिले के प्रभारी मंत्री डॉ. प्रेम कुमार की अध्यक्षता में समाहरणालय सभाकक्ष में जिला बाढ़ राहत अनुश्रवण-सह-निगरानी समिति की बैठक का आयोजन किया गया. इस बैठक में जनप्रतिनिधियों की ओर से क्षतिग्रस्त तटबंधों और क्षतिग्रस्त पथों की मरम्मत जल्द कराने का अनुरोध किया गया.
जीआर सूची में भेदभाव का आरोप
इस बैठक में जनप्रतिनिधियों एवं प्रमुख राजनीतिक दलों के अध्यक्षों ने अपनी-अपनी बातें रखीं. जिसमें जनप्रतिनिधियों ने मुख्य रूप से क्षतिग्रस्त तटबंधों एवं पथों की मरम्मत जल्द कराने का अनुरोध किया. वहीं कुछ जनप्रतिनिधियों ने अंचल स्तरीय कर्मियों पर जीआर की सूची बनाने में भेदभाव बरतने की शिकायत की.
क्षतिग्रस्त पथों को तीन दिनों में ठीक करने का निर्देश
बैठक में प्रभारी मंत्री ने बाढ़ नियंत्रण प्रमंडल, झंझारपुर-एक और दो के क्षतिग्रस्त तटबंधों की मरम्मत कराने का निर्देश दिया. कार्यपालक अभियंता-पथ प्रमंडल और ग्रामीण कार्य प्रमंडल, एनएच के कार्यपालक अभियंता को क्षतिग्रस्त पथों को तीन दिनों के अंदर मरम्मत कर यातायात लायक बनाने का निदेश दिया.

गलत जानकारी देने पर नपे अधिकारी
वहीं इस दौरान प्रभारी मंत्री ने NH-104 की मरम्मत नहीं करने और कार्यपालक अभियंता, एनएच, सीतामढ़ी की अनुपस्थिति में सहायक अभियंता की ओर से सड़क की मरम्मत किए जाने संबंध में गलत जानकारी दिए जाने को लेकर सड़क की जांच जिला स्तरीय टीम की उपस्थिति में जांच कराने का निदेश दिया और विधि सम्मत कारवाई करने का आदेश दिया. उन्होंने NH-127A पथ पर चभच्चा चौक के पास जर्जर सड़क का निरीक्षण कर कार्यपालक अभियंता को जल्द से जल्द मरम्मत कर यातायात लायक बनाने का निदेश दिया.
बैठक में जिलाधिकारी शीर्षत कपिल अशोक, विधायक सीताराम यादव, भावना झा एवं रामप्रीत पासवान, जिला परिषद अध्यक्ष शीला देवी, जिले के प्रखंडों के प्रमुख, राजनीतिक दलों के जिलाध्यक्ष और जिला स्तरीय पदाधिकारी उपस्थित रहे.