मधुबनी: कमला बलान और भूतही बलान में आई भीषण बाढ़ से जिले का 50 हजार से अधिक की आबादी प्रभावित हुई है. लोग घर से बेघर हो गए हैं. जिला प्रशासन के द्वारा लोगों के लिए राहत सामग्री की व्यवस्था अबतक नहीं की गई थी. ईटीवी भारत के पहल के बाद जिला प्रशासन हरकत में आया और बाढ़ पीड़ितों के लिए भोजन की व्यवस्था की गई.
बाढ़ पीड़ितों के बीच राहत सामग्री का वितरण
मधुबनी जिले के एनएच 57 पर बाढ़ पीड़ितों के बीच राहत सामग्री का वितरण किया जा रहा है. पूरे जिले में 43 सामुदायिक रसोई केंद्र बनाया गए हैं, जहां शिक्षकों और स्कूल के रसोइयों द्वारा भोजन बनवाकर बाढ़ पीड़ितों को खिलाया जा रहा है. टैंकर से पीने के लिए पानी की भी व्यवस्था की गई है.
मुफ्त में दी जा रही दवा
बाढ़ पीड़ितों के सुरक्षा के लिए स्वास्थ्य विभाग की ओर से भी पहल की गई है. पूरे जिले में 15 केंद्र दवा के लिए बनाए गए हैं जहां बूढ़े, बच्चे और महिलाओं को मुफ्त में दवाएं दी जा रही हैं. गर्भवती महिलाओं का विशेष ध्यान रखा जा रहा है.
पानी घुसने से बेघर हुए लोग
बता दें कि जिला के भुतही बलान तटबंध के टूटने से खुटौना प्रखंड के कई गांवों में बाढ़ का पानी घुस गया है. लोगों का जीवन अस्त-व्यस्त हो गया है. खुशियालपट्टी में बाढ़ का पानी भर जाने से वहां के लोगों को घर खाली कर किसी ऊंचे स्थान पर ले जाया गया है.