मधुबनी: महमदपुर नरसंहार की घटना को लेकर अब राजनीति तेज हो गई. विपक्ष लगातार राज्य सरकार और एनडीए नेताओं पर हमला बोल रही है. इसी कड़ी में शुक्रवार को महमदपुर में नरसंहार को लेकर महागठबंधन के कार्यकर्ताओं के द्वारा मशाल जुलूस निकाला गया. राज्य सरकार के खिलाफ नारेबाजी की गई.
इसे भी पढ़ें: मधुबनी हत्याकांड: बेटी मांग रही इंसाफ, पत्नी के भी नहीं रुक रहे आंसू, अब आगे क्या?
मशाल जुलूूस के जरिए जताया विरोध
बेनीपट्टी के महमदपुर गांव में नरसंहार को लेकर जिले में आंदोलन तेज हो गया है. नरसंहार की घटना को लेकर राजद, कांग्रेस, सीपीआई के कार्यकर्ताओं द्वारा हास्पिटल चौक से मशाल जुलूस निकालकर खजौली बाजार में परिभ्रमण कर राज्य एव केंद्र सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन जताया गया. महागठबंधन के कार्यकर्ताओं ने राज्य सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की
शनिवार को बंद का निर्णय
महागबंधन के नेताओं ने कहा कि बेनीपट्टी की घटना को लेकर महागठबंधन के द्वारा शनिवार को जिले में बंद का निर्णय लिया गया है. जिले में अपराध बेलगाम हो गया है. प्रशासन मूकदर्शक बनी हुई है. पुलिस की लापरवाही बरतने के कारण ही यह नरसंहार की घटना हुई हैं.
ये भी पढ़ें : मधुबनी हत्याकांड: पीड़ित परिवार से मिले करणी सेना के अध्यक्ष, कहा-भांग पीकर सोते हैं डीएम-एसपी
बता दें कि बेनीपट्टी के महमदपुर गांव में पोखर में मछली मारने को लेकर विवाद शुरू हुआ था. देखते ही देखते पूरा विवाद गैंगवार में बदल गया. हालांकि बाद में इसे जातीय रंग भी देने की भरपूर कोशिश की गई. कुछ हद तक सियासत करने वाले कामयाब भी रहे. हालांकि एफआईआर में 19 ब्राह्मण, 13 राजपूत, एक ईबीसी और दो एससी आरोपी हैं. ये सच है कि पीड़ित परिवार राजपूत जाति से हैं. स्थानीय के अनुसार, मछलीवाले पोखर पर कब्जे को लेकर दो गांवों के बीच का झगड़ा है. दोनों पोखर पर कब्जे की कोशिश कर रहे थे.