मधुबनी: जिले में ज्योतिर्वेद विज्ञान संस्थान के अंतर्गत गुरूकुल की स्थापना के लिए शनिवार को भूमि पूजन किया गया. यह गुरूकुल मधुबनी के लखनौर प्रखंड स्थित दीपगांव में बनाया जाएगा. इस आयोजन में बतौर मुख्य अतिथि राष्ट्रपति पुरस्कार से पुरस्कृत पूर्व कुलपति डॉ. रामचंद्र झा को बुलाया गया. कार्यक्रम में पूर्व कुलपति डॉ. उपेंद्र झा और पूर्व कुलपति शिव कांत झा मौजूद थे.
आधुनिक युग के लिए आवश्यक है संस्कृत ज्ञान
मौके पर मिथिलांचल रीति-रिवाज से अतिथियों का स्वागत किया गया. उन्हें पाग दुपट्टा देकर सम्मानित किया गया. कार्यक्रम में पूर्व कुलपति डॉ .रामचंद्र झा ने बताया कि यह गुरुकुल प्राचीन विद्या के लिए आवश्यक है. इस गुरुकुल से बच्चे प्राचीन विद्या प्राप्त करेंगे. बच्चे परोपकारी, मानवीय गुण वाले बनेंगे. इस गुरुकुल से वेद-वेदांग की विद्या, व्याकरण, ज्योतिष की प्रारंभिक शिक्षा ग्रहण करेंगे.
लोगों में देखी गई खुशी
डॉ. रामचंद्र झा ने यह भी कहा कि संस्कृत विद्या ग्रहण करने से मानवीय गुणों का विकास होगा. इस गुरूकुल में बच्चों को निशुल्क शिक्षा प्रदान की जाएगी. बता दें कि इसकी स्थापना से आसपास के इलाके में हर्ष व्याप्त है.
गुरूकुल की प्रासंगिकता पर बोले जानकार:
- भारतीय संस्कृति की पहचान है गुरूकुल विद्या
- खत्म होती परंपरा के संरक्षण के लिए आवश्यक
- स्वरोजगार जागृत करने और आत्मनिर्भर होने के लिए जरूरी
- स्वावलंबी बनाना सिखाती है
- लोगों की इच्छा के मद्देनजर हो रही स्थापना