मधुबनी: विधानसभा चुनाव से पहले झंझारपुर को जिला बनाने की मांग विभिन्न संगठनों की ओर से तेज कर दी गई है. सालों से की जा रही मांग चुनाव के समय और तेज हो गई है. विभिन्न संगठनों की ओर से मागों के समर्थन में धरना प्रदर्शन किए जा रहे हैं. झंझारपुर जिला बनाओ संघर्ष समिति और जन संघर्ष मोर्चा के बैनर तले कार्यकर्ताओं ने अपनी आवाज बुलंद की.
झंझारपुर को जिला बनाने की मांग
झंझारपुर जिला बनाओ संघर्ष समिति के संयोजक सुनील कुमार सनोज ने बताया कि कई साल पहले मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की ओर से किये गए वादे को जिला बनाने की याद दिला रहे हैं. साथ ही भारतीय जनता पार्टी 1982 से मधुबनी से अलग झंझारपुर को अपने संगठन में जिला मान रही है. उन्होंने कहा कि मधुबनी और झंझारपुर बीजेपी के दो जिलाध्यक्ष हैं. सरकार में रहने के बाद वह अपने वादे भूल गए. इसीलिए झंझारपुर जिला बनाने की सारे मापदंड को पूरा कर रही है.
सरकार नहीं दे रही ध्यान
संयोजक ने कहा कि जब भी मुख्यमंत्री झंझारपुर दौरे पर आये हैं उन्हें मिल कर मांग पत्र दिया गया है. लेकिन इसके बावजूद उनकी ओर से इस पर ध्यान नहीं दिया जा रहा है. वहीं, जन संघर्ष मोर्चा के अध्यक्ष ओमप्रकाश पोद्दार ने बताया कि झंझारपुर जिले के सारे मापदंड को पूरा करने के बावजूद भी झंझारपुर को जिला नहीं बनाया जा रहा है. संगठनों की ओर से की जा रही झंझारपुर को जिला बनाने की मांग और सालों पहले किए गए वादे को पूरा करने की अपील की जा रही है.