मधेपुरा: बिहार में पूर्ण शराबबंदी है, लेकिन जहरीली शराब का कहर (Bihar Liqour Death) खत्म नहीं हो रहा है. मधेपुरा जिला में जहरीली शराब पीने से दो लोगों की मौत (Poisonous Liquor Death in Aurangabad) हो गई. मरने वाले दोनों आपस में जीजा-साले हैं. इलाज करने वाले चिकित्सक ने शराब पीने की बात कही है. मामला जिला के उदाकिशुनगंज अनुमंडल अंतर्गत चौसा थाना क्षेत्र के घोषई गांव का है.
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बताया जाता है कि रविवार की रात जिला के उदाकिशुनगंज अनुमंडल अंतर्गत चौसा थाना क्षेत्र के घोषई गांव में सुबोध झा के घर में शराब पार्टी हुई थी. इस पार्टी में चार लोगों ने एक साथ शराब का सेवन किया था, जिसके बाद इन सब की हालत बिगड़ गयी थी. जिसके बाद सभी को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र चौसा ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने सहरसा निवासी दामाद आलोक झा को मृत घोषित कर दिया. जबकि, शराब पीने के बाद बीमार सुबोध झा के पुत्र अभिनव कुमार उर्फ गोलू की मौत सोमवार को इलाज के दौरान हुई.
स्थानीय लोगों की माने तो शनिवार की शाम चार लोगों ने एक साथ शराब पी थी. इसके बाद एक एक कर सभी लोगों की हालत बिगड़ गयी . मामला बाहर न आए इसलिए इन लोगों का घर पर इलाज किया जा रहा था. इस बीच एक की तबीयत बिगड़ गई और उसकी मौत हो गई. जिसके बाद तीनों को स्वास्थ्य केंद्र चौसा ले जाया गया. जहां से तीनों को भागलपुर रेफर कर दिया गया.
''एक व्यक्ति मृत अवस्था में लाए गए थे, जिन्हें वापस भिजवा दिया गया. जबकि तीन लोगों को प्राथमिक उपचार के बाद हायर सेंटर रेफर कर दिया गया था. बीमार लोगों में उल्टी की समस्या और सांस लेने में परेशानी हो रही थी। पूछे जाने पर बताया गया कि शनिवार की शाम इन सभी लोगों ने शराब का सेवन किया था. इस वजह से इन्हें रेफर करना ही उचित समझा गया.'' - डॉ अमित कुमार, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र चौसा
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