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मधेपुरा: लूट और छिनतई के विरोध में CSP संचालक संघ ने जिला मुख्यालय पर दिया धरना

सीएसपी संचालक संघ के राज्य सचिव ने सरकार से मांग करते हुए कहा कि मृतक सीएसपी संचालक के परिवार को उचित मुआवजा दिया जाए. संघ के लोगों को कहना था कि बैंक मित्र पूरे देश में प्रतिदिन लगभग 52 अरब रूपये का कारोबार करते है. लेकिन संचालकों को किसी तरह की कोई सुरक्षा नहीं दी जाती है. जिस वजह से बैंक मित्र लूट का केंद्र बन चुका है.

CSP संचालक संध
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Published : Jan 16, 2020, 7:54 PM IST

मधेपुरा: सीएसपी संचालक संघ ने जिला मुख्यालय के पास जिला प्रशासन और क्षेत्रीय प्रबंधक कार्यालय के अधिकारियों के खिलाफ जमकर नारेबाजी और विरोध- प्रदर्शन किया. इस दौरान सीएसपी संचालकों ने धरना देकर कार्य का बहिष्कार किया.

दरअसल, बीते दिनों सीएसपी संचालकों के साथ छिनतई और गोलीबारी की घटना हुई थी. जिसके बाद सीएसपी संचालक संघ ने इसका विरोध करते हुए, जिला प्रशासन पर कई सवाल उठाए.

विरोध प्रदर्शन में भाग लेते लोग
विरोध प्रदर्शन में भाग लेते लोग

'प्रशासन की कार्यशैली पर उठाए सवाल'
इस मौके पर संघ के जिलाध्यक्ष सुधीर कुमार ने कहा कि जिले में सीएसपी संचालकों के साथ 20 से 25 आपराधिक घटनाएं हो चुकी है. बैंक की तरफ से हम लोगों को सुरक्षा मुहैया नहीं कराई जा रही है. जिस वजह से सीएसपी संचालक बदमाशों का सॉफ्ट टारगेट बन चुका है. अपराधी लूट के बाद हत्या की वारदात को अंजाम दे रहे है. इस मामले को लेकर कई बार जिला प्रशासन से गुहार लगाई जा चुकी है. लेकिन अब तक इसका कोई ठोस निदान नहीं निकाला जा सका है.

'मृतक के परिजनों को दिया जाए मुआवजा'
वहीं, संघ के राज्य सचिव कमरुद्दीन ने कहा कि पूरे देश भर में तकरीबन चार लाख बैंक मित्र काम कर रहे हैं. जो प्रत्येक दिन लगभग 52 अरब रूपये का कारोबार कर रहे हैं. सीएसपी संचालकों को किसी तरह की कोई सुरक्षा नहीं दी जाती है. जिस वजह से बैंक मित्र अपराधियों के लिए लूट का केंद्र बन चुके हैं. उन्होंने बताया कि जिले में मृतक सीएसपी संचालक परिवार को उचित मुआवजा के साथ सरकारी नौकरी दी जाए.

ईटीवी भारत की रिपोर्ट

संघ के राज्य सचिव ने सरकार से मांग करते हुए कहा कि कि हम लोगों को कॉर्पोरेट से हटाकर सीधे बैंक से जोड़ा जाए. जिससे हमारी जान-माल की सुरक्षा सुनिश्चित हो सके.

मधेपुरा: सीएसपी संचालक संघ ने जिला मुख्यालय के पास जिला प्रशासन और क्षेत्रीय प्रबंधक कार्यालय के अधिकारियों के खिलाफ जमकर नारेबाजी और विरोध- प्रदर्शन किया. इस दौरान सीएसपी संचालकों ने धरना देकर कार्य का बहिष्कार किया.

दरअसल, बीते दिनों सीएसपी संचालकों के साथ छिनतई और गोलीबारी की घटना हुई थी. जिसके बाद सीएसपी संचालक संघ ने इसका विरोध करते हुए, जिला प्रशासन पर कई सवाल उठाए.

विरोध प्रदर्शन में भाग लेते लोग
विरोध प्रदर्शन में भाग लेते लोग

'प्रशासन की कार्यशैली पर उठाए सवाल'
इस मौके पर संघ के जिलाध्यक्ष सुधीर कुमार ने कहा कि जिले में सीएसपी संचालकों के साथ 20 से 25 आपराधिक घटनाएं हो चुकी है. बैंक की तरफ से हम लोगों को सुरक्षा मुहैया नहीं कराई जा रही है. जिस वजह से सीएसपी संचालक बदमाशों का सॉफ्ट टारगेट बन चुका है. अपराधी लूट के बाद हत्या की वारदात को अंजाम दे रहे है. इस मामले को लेकर कई बार जिला प्रशासन से गुहार लगाई जा चुकी है. लेकिन अब तक इसका कोई ठोस निदान नहीं निकाला जा सका है.

'मृतक के परिजनों को दिया जाए मुआवजा'
वहीं, संघ के राज्य सचिव कमरुद्दीन ने कहा कि पूरे देश भर में तकरीबन चार लाख बैंक मित्र काम कर रहे हैं. जो प्रत्येक दिन लगभग 52 अरब रूपये का कारोबार कर रहे हैं. सीएसपी संचालकों को किसी तरह की कोई सुरक्षा नहीं दी जाती है. जिस वजह से बैंक मित्र अपराधियों के लिए लूट का केंद्र बन चुके हैं. उन्होंने बताया कि जिले में मृतक सीएसपी संचालक परिवार को उचित मुआवजा के साथ सरकारी नौकरी दी जाए.

ईटीवी भारत की रिपोर्ट

संघ के राज्य सचिव ने सरकार से मांग करते हुए कहा कि कि हम लोगों को कॉर्पोरेट से हटाकर सीधे बैंक से जोड़ा जाए. जिससे हमारी जान-माल की सुरक्षा सुनिश्चित हो सके.

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बीते दिनों अपराधियों द्वारा सीएसपी संचालकों के साथ छिनतई और गोलीबारी की घटना के बाद सीएसपी संचालकों ने मधेपुरा जिला मुख्यालय पर धरना देकर कार्य का बहिष्कार किया।


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सीएसपी संचालकों का कार्य बहिष्कार, प्रशासन हो रही सुरक्षा में फेल, मृतक के परिवार को मिले नौकरी

दरअसल पिछले कुछ महीनों में सीएसपी संचालकों के साथ लगातार लूटपाट और गोलीबारी की घटना से परेशान होकर सीएसपी संचालकों ने कार्य का बहिष्कार कर दिया है। जिले के विभिन्न हिस्सों से जिला मुख्यालय पहुंचकर सैकड़ों की संख्या में सीएसपी संचालकों ने जिला प्रशासन और क्षेत्रीय प्रबंधक कार्यालय के अधिकारियों के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। अपनी सुरक्षा की मांग को लेकर उन्होंने प्रशासन की कार्यशैली पर भी सवाल खड़े किए।

वहीं संघ के जिलाध्यक्ष सुधीर कुमार ने कहा कि हम लोगों के साथ मधेपुरा जिले में 20 से 25 घटनाएं लगातार हो चुकी हैं।जिसमें पैसे की छिनतई के बाद हत्या की वारदात को अंजाम दिया गया है। वहीं बैंक की तरफ से हम लोगों को कोई भी सुरक्षा मुहैया नहीं कराई जा रही है। जिसकी वजह से प्रशासन का रवैया भी ठीक नहीं है।कई बार आवेदन दिए जा चुके हैं लेकिन कोई कार्यवाही नहीं हो रही।अब तक 20 से ऊपर सीएसपी संचालकों की मौत हो चुकी है।

बाईट-1
सुधीर कुमार - जिलाध्यक्ष, सीएसपी संघ

वहीं संघ के राज्य सचिव ने कहा की पूरे देश भर में तकरीबन चार लाख बैंक मित्र काम कर रहे हैं। जो प्रत्येक रोज तकरीबन 52 अरब रुपए का लेन-देन अपने पास से करते हैं। हम लोगों को कॉर्पोरेट से हटाकर सीधे बैंक से जोड़ा जाए साथ ही मारे गए सीएसपी संचालक के परिवार को उचित मुआवजा देने के साथ सरकारी नौकरी मुहैया कराई जाए।

बाईट-2
कमरुद्दीन,राज्य सचिव,सीएसपी संघ



Conclusion:वही इस दौरान सैकड़ों की संख्या में सीएसपी संचालकों ने अपनी मांगों को लेकर क्षेत्रीय एसबीआई प्रबंधक से मिलकर उन्हें पत्र सौंपा।
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