मधेपुरा: विद्या की देवी मां सरस्वती की आराधना का त्योहार वसंत पंचमी को लेकर तैयारियां जोरों पर हैं. मूर्तिकार मां की प्रतिमा को अंतिम रूप देने में लगे हैं. हालांकि, भारत बंद की वजह से कई दुकानें बंद रही. जिसका असर खरीददारी पर भी पड़ा.
वसंत ऋतु की शुरुआत
मां सरस्वती को ज्ञान की देवी कहा गया है, इसलिए उनकी पूजा का काफी महत्व है. साथ ही इस दिन से वसंत ऋतु की शुरुआत होती है. गुरुवार को होने वाले पूजा को लेकर सुबह से ही मूर्तिकार मां की प्रतिमा को अंतिम रूप देने में लगे हैं. विद्यालयों, कोचिंग संस्थानों और पूजा समिति के सदस्य मां की प्रतिमा को पूजन स्थल तक ले जाने के लिए मूर्तिकार के घर सुबह से ही पहुंच रहे हैं.
भारत बंद का पड़ा असर
इन सब पर बुधवार को किए गए भारत बंद का भी असर देखने को मिला. इस बंद की वजह से प्रतिमा को पूजन स्थल तक ले जाने में आम लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा.
फैंसी प्रतिमा की डिमांड
वहीं, मूर्तिकार वेद व्यास पंडित ने बताया कि वो लगभग 30 सालों से मां की प्रतिमा बना रहे हैं. इस साल फैंसी प्रतिमा की डिमांड ज्यादा है. हालांकि पिछले साल के मुकाबले इस साल मूर्ति को बनाने में लगभग डेढ़ गुना अधिक लागत आई है.
भारत बंद के कारण हुई दिक्कतें
इधर, स्थानीय सन्नी कुमार ने बताया कि बंद समर्थकों को सरस्वती पूजा के मद्देनजर किसी अन्य दिन बंद प्रस्तावित करना चाहिए था. बंद के कारण मां की प्रतिमा को पूजन स्थल तक ले जाने के लिए सभी लोग खासा परेशान हो रहे हैं. वहीं बाजार बंद होने की वजह से पूजन सामग्री की खरीदारी भी नहीं हो पा रही है.