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मधेपुरा: लापरवाही का ऐसा नमूना पहले नहीं देखा होगा, बड़ी घटना की आशंका - बिजली विभाग की लापरवाही

झाड़ी-लत्तियों की वजह से लगातार ट्रांसफार्मर व तार एस्पार्क करके जल रहे हैं और उसके चपेट में आने से आदमी और मवेशियों की मौतें हो रही है. वहीं बिजली विभाग के अधिकारी इस बाबत कैमरे के सामने कुछ भी बोलने को तैयार नहीं हुए.

ट्रांसफार्मर
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Published : Aug 24, 2019, 12:33 PM IST

मधेपुरा: मधेपुरा में बिजली विभाग की घोर लापरवाही का एक अजूबा नमूना दिखा है, जो आपने कहीं नहीं देखा होगा. हरी भरी घास-फुस और लत्ती 11 हजार वोल्ट के ट्रांसफार्मर को अपने कब्जे में किए हुए है, जो किसी बड़े हादसे को आमत्रंण दे रहा है. संबंधित अधिकारी इसपर मौन हैं. वहीं जिला परिषद के उपाध्यक्ष ने लापरवाह विभागीय अधिकारी पर कार्रवाई होने की बात कही.

करंट लगने से लगातार हो रही मौतें
आपको बता दें कि जिले में लगातार करंट लगने व तार गिरने के कारण आदमी व मवेशियों की मौत हो रही है. इसका मुख्य वजह बिजली विभाग की लापरवाही है. विभाग के अधिकारी व कर्मी पोल, तार तथा ट्रांसफॉर्मर के रख-रखाव पर ध्यान नहीं दे रहे हैं. इस वजह से बाजार सहित ग्रामीण क्षेत्रों में ट्रांसफॉर्मर तथा विधुत प्रवाहित हो रहे तार घास-फूस, झाड़ी, लत्ती, बांस व वृक्ष के डाली से घीरे हैं.

लापरवाही पर बिजली विभाग मौन

ट्रांसफॉर्मर का पता हीं नहीं चलता
झाड़ी-लत्तियों की वजह से लगातार ट्रांसफार्मर व तार एस्पार्क करके जल रहे हैं और उसके चपेट में आने से आदमी और मवेशियों की मौत हो रही है. जिले के सदर प्रखंड के धुरगांव पंचायत स्थित सर्वाधिक ट्रांसफॉर्मर झाड़ी व लत्तियों में इस तरह लिपटे हुए हैं कि ट्रांसफार्मर का पता हीं चलता है, जबकि इस ट्रांसफॉर्मर से बिजली प्रवाहित हो रहा है.

मधेपुरा
लत्तियों मेें लिपटा हुआ ट्रांसफार्मर

बिजली विभाग के अधिकारी मौन
सबसे उल्लेखनीय बात तो यह है कि बिजली विभाग के अधिकारी कैमरे के सामने कुछ भी बोलने को तैयार नहीं हुए. इस बाबत मधेपुरा जिला परिषद के उपाध्यक्ष रघुनंदन दास ने भी स्वीकार किया कि संपूर्ण जिले में ट्रांसफार्मर व बिजली प्रवाहित हो रहे तार पर झाड़ी तथा लत्ती देखा जा रहा है. वहीं बिजली विभाग के अधिकारी व कर्मी मौन साधे बैठे हैं. कई बार विभाग को नोटिस भी भेजा गया, लेकिन अबतक इस दिशा में बिजली विभाग द्वारा उचित कार्रवाई नहीं किया गया है.

मधेपुरा
जिला परिषद के उपाध्यक्ष रघुनंदन दास

उन्होंने कहा कि जिला परिषद के सामान्य बैठक में निर्णय लिया गया है कि अगर इस दिशा में विभाग ठोस कदम नहीं उठाता है तो लापरवाह बिजली विभाग के अधिकारी पर सख्त कार्रवाई का आदेश दिया जाएगा.

मधेपुरा: मधेपुरा में बिजली विभाग की घोर लापरवाही का एक अजूबा नमूना दिखा है, जो आपने कहीं नहीं देखा होगा. हरी भरी घास-फुस और लत्ती 11 हजार वोल्ट के ट्रांसफार्मर को अपने कब्जे में किए हुए है, जो किसी बड़े हादसे को आमत्रंण दे रहा है. संबंधित अधिकारी इसपर मौन हैं. वहीं जिला परिषद के उपाध्यक्ष ने लापरवाह विभागीय अधिकारी पर कार्रवाई होने की बात कही.

करंट लगने से लगातार हो रही मौतें
आपको बता दें कि जिले में लगातार करंट लगने व तार गिरने के कारण आदमी व मवेशियों की मौत हो रही है. इसका मुख्य वजह बिजली विभाग की लापरवाही है. विभाग के अधिकारी व कर्मी पोल, तार तथा ट्रांसफॉर्मर के रख-रखाव पर ध्यान नहीं दे रहे हैं. इस वजह से बाजार सहित ग्रामीण क्षेत्रों में ट्रांसफॉर्मर तथा विधुत प्रवाहित हो रहे तार घास-फूस, झाड़ी, लत्ती, बांस व वृक्ष के डाली से घीरे हैं.

लापरवाही पर बिजली विभाग मौन

ट्रांसफॉर्मर का पता हीं नहीं चलता
झाड़ी-लत्तियों की वजह से लगातार ट्रांसफार्मर व तार एस्पार्क करके जल रहे हैं और उसके चपेट में आने से आदमी और मवेशियों की मौत हो रही है. जिले के सदर प्रखंड के धुरगांव पंचायत स्थित सर्वाधिक ट्रांसफॉर्मर झाड़ी व लत्तियों में इस तरह लिपटे हुए हैं कि ट्रांसफार्मर का पता हीं चलता है, जबकि इस ट्रांसफॉर्मर से बिजली प्रवाहित हो रहा है.

मधेपुरा
लत्तियों मेें लिपटा हुआ ट्रांसफार्मर

बिजली विभाग के अधिकारी मौन
सबसे उल्लेखनीय बात तो यह है कि बिजली विभाग के अधिकारी कैमरे के सामने कुछ भी बोलने को तैयार नहीं हुए. इस बाबत मधेपुरा जिला परिषद के उपाध्यक्ष रघुनंदन दास ने भी स्वीकार किया कि संपूर्ण जिले में ट्रांसफार्मर व बिजली प्रवाहित हो रहे तार पर झाड़ी तथा लत्ती देखा जा रहा है. वहीं बिजली विभाग के अधिकारी व कर्मी मौन साधे बैठे हैं. कई बार विभाग को नोटिस भी भेजा गया, लेकिन अबतक इस दिशा में बिजली विभाग द्वारा उचित कार्रवाई नहीं किया गया है.

मधेपुरा
जिला परिषद के उपाध्यक्ष रघुनंदन दास

उन्होंने कहा कि जिला परिषद के सामान्य बैठक में निर्णय लिया गया है कि अगर इस दिशा में विभाग ठोस कदम नहीं उठाता है तो लापरवाह बिजली विभाग के अधिकारी पर सख्त कार्रवाई का आदेश दिया जाएगा.

Intro:मधेपुरा में बिजली विभाग की घोर लापरवाही का अजूबा नमूना जो आपने कहीं नहीं देखा होगा।हरी भरी घास,फुस और लत्ती 11 हजार वोल्ट के ट्रांसफार्मर को अपने कब्जे में लेकर बड़ी हादसा को दे रहा है आमंत्रण।अधिकारी मौन।जिला परिषद के उपाध्यक्ष ने कहा लापरवाह विभागीय अधिकारी पर होगी कार्रवाई।


Body:मधेपुरा में भले ही सरकार गांव गांव बिजली पहुँचाकर अपनी पीठ थप थपा रही है।लेकिन उनके विभागीय अधिकारी आम लोगों को बिजली के साथ साथ उनके गांव में मौत भी पहुँचा रही है।बता दें कि मधेपुरा ज़िले में लगातार करंट लगने व तार गिरने के कारण आदमी व मवेशियों की मौते हो रही है।इसका मुख्य वजह है कि बिजली विभाग के अधिकारी व कर्मी पोल,तार तथा ट्रांसफॉर्मर के रख रखाव पर ध्यान नहीं दे रहे हैं।जिसके कारण बाजार सहित ग्रामीण क्षेत्रों में खासकर ट्रांसफार्मर तथा विधुत प्रवाहित हो रहे तारों पर घास फूस,झाड़ी, लत्ती,बांस व वृक्ष के डाली से घीरे है।इसी कारण लगातार ट्रांसफार्मर व तार एस्पार्क करके जल रहे हैं और उसके चपेट में आने से आदमी और मवेशियों की मौतें हो रही है।इसका जीता जागता उदाहरण है मधेपुरा सदर प्रखंड के धुरगांव पंचायत के सर्वाधिक ट्रांसफार्मर को झाड़ी व लत्ती इसकदर अपने आगोश में ले रखा है कि किसी को ट्रांसफार्मर का पता हीं चलता है।जबकि इस ट्रांसफॉर्मर से बिजली प्रवाहित हो रहा है।सबसे उल्लेखनीय बात तो यह है कि बिजली विभाग के अधिकारी कैमरे के सामने कुछ भी बोलने को तैयार नहीं हुए।इस बाबत मधेपुरा जिला परिषद के उपाध्यक्ष रघुनंदन दास ने भी स्वीकार किया कि संपूर्ण जिले में ट्रांसफार्मर व बिजली प्रवाहित हो रहे तार पर झाड़ी तथा लत्ती देखा जा रहा है।और बिजली विभाग के अधिकारी व कर्मी मौन साधे बैठे हैं।कई बार विभाग को लिखा भी गया।लेकिन अब तक इस दिशा में बिजली विभाग द्वारा उचित कार्रवाई नहीं किया गया है।उन्होंने कहा कि जिला परिषद के सामान्य बैठक में निर्णय लिया गया है कि अगर इस दिशा में विभाग ठोस कदम नहीं उठाता है तो लापरवाह बिजली विभाग के अधिकारी पर सख्त कार्रवाई का आदेश दिया जाएगा।बाइट---1-----राजीव जोशी----स्थानीय।बाइट----2----रघुनंदन दास-- उपाध्यक्ष जिला परिषद मधेपुरा।


Conclusion:मधेपुरा से रुद्रनारायण।
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