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मधेपुरा: चलंत न्यायालय में दिव्यांगजनों की समस्याओं का किया जा रहा समाधान - mobile court for physically disabled people organised in madhepura

राज्य आयुक्त निःशक्तता डॉ. शिवाजी कुमार ने कहा कि आगामी 3 दिसंबर को विश्व दिव्यांगजन दिवस मनाया जाएगा. ऐसे में जिले के हर दिव्यांगजन तक उनके लिए चलने वाली सरकारी योजना को पहुंचाना ही हमारा लक्ष्य है.

मधेपुरा में दिव्यांगजनों के लिए चलंत न्यायालय
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Published : Oct 18, 2019, 6:38 PM IST

मधेपुरा: जिले में शुक्रवार को रासबिहारी उच्च विद्यालय के प्रांगण में प्रदेश सरकार की तरफ से दिव्यांगजन अधिकार अधिनियम 2016 की धारा 80 के अंतर्गत चलंत न्यायालय का आयोजन किया गया. यह आयोजन राज्य आयुक्त निःशक्तता की ओर से दिव्यांगजनों की समस्याओं के निबटारे के लिए किया गया. जहां जिलेभर के सैकड़ों दिव्यांगजनों ने हिस्सा लिया.

13 ब्लॉकों से पहुंचे दिव्यांग
आयोजन में जिले के 13 ब्लॉकों से हजारों की संख्या में पहुंचे दिव्यांगजनों ने प्रमाण पत्र, प्रधानमंत्री आवास योजना और रोजगार के लिए लोन से जुड़ी समस्याओं को राज्य आयुक्त के सामने रखा. वहीं, समस्याओं पर जल्द से जल्द कार्रवाई करते हुए राज्य आयुक्त ने संबंधित अधिकारियों को दिव्यांगजनों की समस्याओं का 15 दिन के अंदर निबटारा करने का निर्देश दिया. इस चलंत न्यायालय में 60 काउंटर लगाए गए थे. जिसमें 42 विभाग के कर्मचारियों को तैनात किया गया था.

दिव्यांगजनों के लिए चलंत न्यायालय का आयोजन

दिव्यांगजनों तक पहुंचेगी सारी सुविधाएं
चलंत न्यायालय में मौजूद राज्य आयुक्त निःशक्तता डॉ. शिवाजी कुमार ने बताया कि इस आयोजन के जरिए दिव्यांगजनों को उनके अधिकार के साथ सारी सुविधाएं मुहैया कराई जा रही हैं. उन्होंने कहा कि आगामी 3 दिसंबर को विश्व दिव्यांगजन दिवस मनाया जाएगा. ऐसे में जिले के हर दिव्यांगजन तक उनके लिए चलने वाली सरकारी योजना को पहुंचाना ही हमारा लक्ष्य है. अगर इस काम को पूरा करने में किसी भी सरकारी कर्मचारी की ओर से अनियमितता बरती जाएगी और वे दोषी पाए जाएंगे तो उन पर दिव्यांगजन अधिकार अधिनियम के अंतर्गत कार्रवाई होगी.

मधेपुरा: जिले में शुक्रवार को रासबिहारी उच्च विद्यालय के प्रांगण में प्रदेश सरकार की तरफ से दिव्यांगजन अधिकार अधिनियम 2016 की धारा 80 के अंतर्गत चलंत न्यायालय का आयोजन किया गया. यह आयोजन राज्य आयुक्त निःशक्तता की ओर से दिव्यांगजनों की समस्याओं के निबटारे के लिए किया गया. जहां जिलेभर के सैकड़ों दिव्यांगजनों ने हिस्सा लिया.

13 ब्लॉकों से पहुंचे दिव्यांग
आयोजन में जिले के 13 ब्लॉकों से हजारों की संख्या में पहुंचे दिव्यांगजनों ने प्रमाण पत्र, प्रधानमंत्री आवास योजना और रोजगार के लिए लोन से जुड़ी समस्याओं को राज्य आयुक्त के सामने रखा. वहीं, समस्याओं पर जल्द से जल्द कार्रवाई करते हुए राज्य आयुक्त ने संबंधित अधिकारियों को दिव्यांगजनों की समस्याओं का 15 दिन के अंदर निबटारा करने का निर्देश दिया. इस चलंत न्यायालय में 60 काउंटर लगाए गए थे. जिसमें 42 विभाग के कर्मचारियों को तैनात किया गया था.

दिव्यांगजनों के लिए चलंत न्यायालय का आयोजन

दिव्यांगजनों तक पहुंचेगी सारी सुविधाएं
चलंत न्यायालय में मौजूद राज्य आयुक्त निःशक्तता डॉ. शिवाजी कुमार ने बताया कि इस आयोजन के जरिए दिव्यांगजनों को उनके अधिकार के साथ सारी सुविधाएं मुहैया कराई जा रही हैं. उन्होंने कहा कि आगामी 3 दिसंबर को विश्व दिव्यांगजन दिवस मनाया जाएगा. ऐसे में जिले के हर दिव्यांगजन तक उनके लिए चलने वाली सरकारी योजना को पहुंचाना ही हमारा लक्ष्य है. अगर इस काम को पूरा करने में किसी भी सरकारी कर्मचारी की ओर से अनियमितता बरती जाएगी और वे दोषी पाए जाएंगे तो उन पर दिव्यांगजन अधिकार अधिनियम के अंतर्गत कार्रवाई होगी.

Intro:मधेपुरा जिले के रासबिहारी उच्च विद्यालय के प्रांगण में बिहार सरकार की तरफ से दिव्यांगजन अधिकार अधिनियम 2016 की धारा 80 के अंतर्गत राज्य आयुक्त निःशक्तता द्वारा दिव्यांग जनों की समस्याओं के निराकरण के लिए चलंत न्यायालय का आयोजन किया गया।जिसमें जिले भर से सैकड़ों की संख्या में पहुंचे दिव्यांग जनों ने हिस्सा लिया।


Body:अक्सर समाज में दिव्यांग जनों के साथ भेदभाव और उन्हें उनके अधिकारों से वंचित रखने जैसे मामले देखने को मिलते हैं।हालांकि दिव्यांग जनों की सुरक्षा के लिए अधिनियम भी बनाए गए हैं लेकिन जागरूकता की कमी के अभाव में दिव्यांगजन सामाजिक दुर्भावना का शिकार होते हैं।लेकिन बिहार सरकार के द्वारा दिव्यांग जनों के विकास के लिए एक अच्छी पहल की जा रही है। आपको बता दें की दिव्यांगजन अधिकार अधिनियम 2016 की धारा 80 के अंतर्गत राज्य आयुक्त निःशक्तता के द्वारा दिव्यांग जनों की समस्याओं के निराकरण के लिए चलंत न्यायालय का आयोजन किया गया,जिसमें 13 ब्लॉक से हजारों की संख्या में पहुंचे दिव्यांगजनों ने प्रमाण पत्र,प्रधानमंत्री आवास योजना,रोजगार के लिए लोन से जुड़ी समस्याएं राज्य आयुक्त के सामने रखी। वही समस्याओं पर त्वरित कार्रवाई करते हुए राज आयुक्त द्वारा संबंधित अधिकारियों को दिव्यांग जनों की समस्याओं को 15 दिन के भीतर निराकरण करने का निर्देश दिया है।आपको बता दें कि इस चलंत न्यायालय के लिए 60 काउंटर लगाए गए थे साथ ही 42 विभाग के कर्मचारियों को तैनात किया गया था।


Conclusion:वही चलंत न्यायालय को लेकर राज्य आयुक्त निःशक्तता डॉ शिवाजी कुमार ने बताया कि दिव्यांग जनों को उनके अधिकार और सुविधाएं मुहैया कराई जा रही हैं।आगामी 3 दिसंबर को विश्व दिव्यांगजन दिवस मनाया जाएगा जिससे पहले मधेपुरा जिले के प्रत्येक दिव्यांगजन तक उनके लिए चलने वाली सरकारी योजना को पहुंचाना ही हमारा लक्ष्य है।अगर इस काम को पूरा करने में किसी भी सरकारी कर्मचारी के द्वारा अनियमितता बरती जाएगी और वह दोषी पाए जाएंगे तो उनके खिलाफ दिव्यांगजन अधिकार अधिनियम के अंतर्गत कार्रवाई की जाएगी।

बाईट-1
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बाईट-3
महेंद्र राय

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डॉ शिवाजी कुमार
राज्य आयुक्त निःशक्तता
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