मधेपुरा: जिले में शराबबंदी कानून की खुलेआम धज्जियां उड़ाई जा रही है. बीएन मंडल विश्वविद्यालय के कैंपस में दर्जनों शराब की बोतलें मिलने से हड़कंप मच गया है. बता दें कि बिहार में वर्ष 2016 से शराबबंदी कानून लागू है. इस कानून के तहत शराब तस्करों और इसका सेवन करने वाले लोगों को कड़ी सजा देने का प्रावधान है.
शिक्षा का मंदिर बना शराब का अड्डा
शिक्षा का मंदिर कहे जाने वाले कोसी प्रमंडल के बी.एन मंडल विश्वविद्यालय के कैंपस में दर्जनों शराब की खाली बोतलें बरामद की गई है. एक तरफ मधेपुरा जिला प्रशासन अवैध शराब के धंधेबाजों को सलाखों के पीछे भेजने के दावे कर रही है. वहीं, दूसरी तरफ शिक्षा के मंदिर में प्रतिबंधित शराब की बोतलें मिलना विश्वविद्यालय प्रबंधन और मधेपुरा जिला प्रशासन की कार्यशैली पर गंभीर सवाल खड़े कर रहा है.
शराब की बोतलें मिलने से छात्र परेशान
छात्र मुरारी कुमार ने बताया कि विश्वविद्यालय में छात्राओं को सुरक्षा देना तो दूर की बात है. कॉलेज कार्यालय के ठीक पीछे शराब की बोतल मिल रही है. यहां न तो सुरक्षा है न ही शिक्षा. यह विश्वविद्यालय बंदरबांट का अड्डा बन चुका है.
'अधिकारी और सुरक्षाकर्मी की है संलिप्तता'
छात्र विवेक यादव ने बताया कि पूरे कोसी प्रमंडल में बीएन विश्वविद्यालय एक प्रतिष्ठित संस्थान माना जाता है, लेकिन यहां पर शराब की खाली बोतलें मिलना शराबबंदी कानून पर बड़ा प्रश्न चिन्ह खड़े कर रहा है. इसमें विश्वविद्यालय प्रबंधन के पदाधिकारी और सुरक्षाकर्मी की संलिप्तता है.