लखीसराय: जिले में सोमवार देर रात नक्सलियों ने मदनपुर बस्ती स्थित भली पंचायत के मुखिया गणेश रजक सहित अन्य दो लोगों का अपहरण कर लिया था. इसके बाद लखीसराय पुलिस कप्तान सुशील कुमार द्वारा जंगल में सर्च ऑपरेशन चलाया जा रहा है. पुलिस सक्रियता के कारण बौखलाहट में नक्सलियों ने गुरुवार को 2 लोगों की रिहाई कर दिया. वहीं नक्सलियों के कब्जे से एक अन्य व्यक्ति की रिहाई को लेकर पुलिस का सर्च ऑपरेशन स्थानीय जगलों में जारी है.
बता दें कि नक्सलियों के चंगुल से छुटकर आए दोनों व्यक्तियों को पूछताछ के लिए लखीसराय पुलिस मुख्यालय लाया गया. जहां से फिर इनको घर जाने की इजाजत दी गई. वहीं नक्सलियों के कब्जे से मुक्त होने पर अपहृत लोगों को देखने के लिए इनके घर समाजसेवी और ग्रामीण पहुंचे.
'छवि जानने के बाद नक्सलियों ने छोड़ा'
अपहृत मुखिया गणेश रजक ने कहा कि नक्सलियों ने मेरा गलती से अपहरण कर लिया था. इसके बाद काफी गुहार लगाने के बाद नक्सलियों ने मुझे कजरा स्थित नरोत्तमपुर गांव में छोड़ दिया. जहां से मैं सकुशल घर पहुंच पाया. वहीं स्थानीय लोगों के अनुसार गणेश रजक की रिहाई समझौते या पुलिस दबिश के बाद ही संभव हो पाई है.
एक की तलाश जारी
लखीसराय पुलिस कप्तान सुशील कुमार ने कहा कि अपहृत तीन में से दो लोगों की रिहाई हो गई है. जिसमें मुखिया गणेश रजक और शिक्षक रविंद्र कुमार को रिहा कराया गया है. वहीं अपहृत राजेंद्र यादव का अब तक कोई सुराग नहीं मिल पाया है. जिसको लेकर जंगल में सर्च अभियान चलाया जा रहा है. उन्होंने कहा कि राजेंद्र यादव की रिहाई के बाद ही मामले में कुछ कहा जा सकता है.