लखीसराय: सूचना एवं जनसंपर्क विभाग के मंत्री सह जिले के प्रभारी मंत्री नीरज कुमार ने जल जीवन हरियाली योजना के तहत गठित जिला परामर्शदात्री समिति की पहली बैठक समीक्षा की गई. यह बैठक जिला समाहरणालय स्थित मंत्रणा सभागार में आयोजित की गई. इस मौके पर कई लोग मौजूद थे.
मंत्री नीरज कुमार ने कहा कि जल जीवन हरियाली योजना सरकार की एक महत्वाकांक्षी योजना है. इसके क्रियान्वयन के लिए तीन वर्षों की बजट बनाई गई है. योजना की मॉनिटरिग मुख्यमंत्री स्वयं कर रहे हैं. मंत्री ने अधिकारियों को इस अभियान के सफलतापूर्वक क्रियान्वयन के प्रति संवेदनशील रहने एवं योजना का भौतिक सत्यापन करने के बाद ही प्रतिवेदन देने का सख्त निर्देश दिया.
बैठक में कई अधिकारी रहे मौजूद
मंत्री ने पाया कि जिले 6,923 चिह्नित सार्वजनिक जल संचयन संरचनाओं में से 454 अतिक्रमित हैं. उन्होंने जिलाधिकारी को अविलंब इन्हें अतिक्रमण मुक्त करने का निर्देश दिया. नीरज कुमार ने कहा कि दिसंबर माह के अंत तक मुख्यमंत्री की यात्रा जिले में प्रस्तावित है जिसमें जिला पदाधिकारी श्री शोभेन्द्र कुमार चौधरी, जिला परिषद के अध्यक्ष श्री रामा शंकर शर्मा उर्फ नुनु बाबू, उप विकास आयुक्त श्री विनय कुमार मंडल, सिविल सर्जन, सहित कई अधिकारी एवं अन्य विभागों के अधिकारी मौजूद रहेंगे.
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जल जीवन हरियाली योजना पर जोर
मंत्री नीरज कुमार ने कहा कि जल है, हरियाली है तभी जीवन है. इसी सोच एवं समझ को मूर्त रूप देने के उद्देश्य से मुख्यमंत्री जी की आकांक्षाओं के अनुरूप जल-जीवन-हरियाली अभियान की शुरुआत की गई है. इसका सफलतापूर्वक क्रियान्वयन सभी का प्रशासकीय दायित्व भी है. उन्होंने कहा कि जलवायु परिवर्तन हो रहा है. इसके प्रति लोगों की समझ बदल रही है. वृक्षारोपण के लिए लोग प्रेरित हो रहे हैं. पर्यावरण संरक्षण एवं संतुलन हेतु जलवायु परिवर्तन के कुप्रभाव एवं गिरते जल स्तर को रोकने के लिये इस अभियान को तहत लोगों को अधिक से अधिक प्रोत्साहित करना हमारा कर्तव्य है.