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लखीसरायः मुआवजा नहीं मिलने से नाराज बाढ़ पीड़ितों ने समाहरणालय पर किया धरना प्रदर्शन - लखीसराय जिला मुख्यालय

बाढ़ पीड़ितों को राहत के लिए धरना प्रदर्शन देने के साथ मुआवजे की मांग दोहरायी है. वहीं, मांग पूरी नहीं होने पर आत्मदाह करने की धमकी दी है.

धरना प्रदर्शन
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Published : Nov 19, 2019, 11:09 PM IST

लखीसराय: जिले में बाढ़ पीड़ितों को सहायता नहीं मिलने से नाराज लोगों ने जिला समाहरणालय पर धरना प्रदर्शन किया है. पिपरिया पंचायत के बाढ़ पीड़ितों के समर्थन में वाम मोर्चा के कार्यकर्ता एक दिवसीय धरना-प्रदर्शन पर बैठे. इसका नेतृत्व सीपीएम लीडर मोती साह ने किया.

बता दें कि जिले के पिपरिया ग्राम पंचायत के बाढ़ प्रभावितों को सरकार की तरफ से राहत देने की घोषणा की गई थी. लेकिन लोगों का आरोप है कि राहत सामग्री केवल कागजों पर बांटी गई. जिससे गुस्साए बाढ़ पीड़ितों ने मंगलवार को जिला मुख्यालय के सामने आक्रोश पूर्ण धरना प्रदर्शन किया.

lakhisarai
धरना देते बाढ़ पीड़ित

राहत राशि से वंचित हैं बाढ़ प्रभावित
गौरतलब है कि पिपरिया प्रखंड के लगभग 25 हजार परिवार बाढ़ प्रभावित है. बाढ़ प्रभावित क्षेत्र का आकलन करने के बाद सीओ नीरज कुमार सिंह, एसडीएम मुरली प्रसाद सिंह और डीसीएलआर नीरज कुमार ने डाटाबेस तैयार करने का प्लान भी तैयार किया था. सभी पीड़ित परिवारों को छह हजार रुपए प्रति परिवार की दर से राशि का भुगतान सीधे खाता में राज्य मुख्यालय की तरफ से भेजे जाने की बात कही गई. लेकिन अब तक बाढ़ पीड़ितों को लाभ नहीं मिल सका.

जिला समाहरणालय पर धरना प्रदर्शन करते बाढ़ पीड़ित

यह भी पढ़ेंः कैबिनेट बैठक में 10 एजेंडों पर मुहर, भवन निर्माण समेत कई विभागों में 1532 पदों पर होगी भर्ती

सीपीएम नेता ने खानापूर्ति का लगाया आरोप
जिला प्रशासन ने सैदपुरा पंचायत के रहाटपुर, रामचंद्रपुर पंचायत, पिपरिया के बसौना, डीह पिपरिया, कन्हरपुर और पथुआ की आबादी को पूर्ण रुप से बाढ़ प्रभावित माना है. वहीं वलीपुर पंचायत के बाढ़ प्रभावित टोला और वार्ड को भी चिन्हित किया गया है. बाढ़ से प्रभावित किसानों के फसल क्षति का मुआवजा कृषि विभाग करेगी. डीएम ने फसल क्षति का डाटा बनाने का निर्देश दिया है. वहीं, सीपीएम जिला सचिव मोती साह का कहना है कि पिपरिया पंचायत के बाढ़ प्रभावित लोगों को सरकारी सहायता की खानापूर्ति की गई है.

लखीसराय: जिले में बाढ़ पीड़ितों को सहायता नहीं मिलने से नाराज लोगों ने जिला समाहरणालय पर धरना प्रदर्शन किया है. पिपरिया पंचायत के बाढ़ पीड़ितों के समर्थन में वाम मोर्चा के कार्यकर्ता एक दिवसीय धरना-प्रदर्शन पर बैठे. इसका नेतृत्व सीपीएम लीडर मोती साह ने किया.

बता दें कि जिले के पिपरिया ग्राम पंचायत के बाढ़ प्रभावितों को सरकार की तरफ से राहत देने की घोषणा की गई थी. लेकिन लोगों का आरोप है कि राहत सामग्री केवल कागजों पर बांटी गई. जिससे गुस्साए बाढ़ पीड़ितों ने मंगलवार को जिला मुख्यालय के सामने आक्रोश पूर्ण धरना प्रदर्शन किया.

lakhisarai
धरना देते बाढ़ पीड़ित

राहत राशि से वंचित हैं बाढ़ प्रभावित
गौरतलब है कि पिपरिया प्रखंड के लगभग 25 हजार परिवार बाढ़ प्रभावित है. बाढ़ प्रभावित क्षेत्र का आकलन करने के बाद सीओ नीरज कुमार सिंह, एसडीएम मुरली प्रसाद सिंह और डीसीएलआर नीरज कुमार ने डाटाबेस तैयार करने का प्लान भी तैयार किया था. सभी पीड़ित परिवारों को छह हजार रुपए प्रति परिवार की दर से राशि का भुगतान सीधे खाता में राज्य मुख्यालय की तरफ से भेजे जाने की बात कही गई. लेकिन अब तक बाढ़ पीड़ितों को लाभ नहीं मिल सका.

जिला समाहरणालय पर धरना प्रदर्शन करते बाढ़ पीड़ित

यह भी पढ़ेंः कैबिनेट बैठक में 10 एजेंडों पर मुहर, भवन निर्माण समेत कई विभागों में 1532 पदों पर होगी भर्ती

सीपीएम नेता ने खानापूर्ति का लगाया आरोप
जिला प्रशासन ने सैदपुरा पंचायत के रहाटपुर, रामचंद्रपुर पंचायत, पिपरिया के बसौना, डीह पिपरिया, कन्हरपुर और पथुआ की आबादी को पूर्ण रुप से बाढ़ प्रभावित माना है. वहीं वलीपुर पंचायत के बाढ़ प्रभावित टोला और वार्ड को भी चिन्हित किया गया है. बाढ़ से प्रभावित किसानों के फसल क्षति का मुआवजा कृषि विभाग करेगी. डीएम ने फसल क्षति का डाटा बनाने का निर्देश दिया है. वहीं, सीपीएम जिला सचिव मोती साह का कहना है कि पिपरिया पंचायत के बाढ़ प्रभावित लोगों को सरकारी सहायता की खानापूर्ति की गई है.

Intro:लखीसराय जिले के पिपरिया पंचायत के अंतर्गत बाढ़ पीड़ितों को राहत नहीं मिलने पर आक्रोशित लोगों ने वाम मोर्चा के नेतृत्व में लखीसराय जिला समाहरणालय स्थित धरना स्थल पर एक दिवसीय धरना प्रदर्शन का आयोजन किया गया जिसका नेतृत्व सीपीएम लीडर मोती शाह ने की।
लखीसराय जिले के पिपरिया ग्राम पंचायत में बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में लगभग बाढ़ ग्रस्त इलाकों के सभी पीड़ितों को सरकार द्वारा राहत देने की घोषणा किया गया था लेकिन राहत सामग्री केवल कागजों पर बांटी गई इसी के खिलाफ आज लखीसराय जिला मुख्यालय के समक्ष आक्रोष पूर्ण धरना प्रदर्शन किया गया।Body:लखीसराय/बिहार।

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स्लग:-बाढ़ पीड़ितों को राहत के लिए धरना प्रदर्शन

Date..19 nov 2019

एंकर:-लखीसराय जिले के पिपरिया पंचायत के अंतर्गत बाढ़ पीड़ितों को राहत नहीं मिलने पर आक्रोशित लोगों ने वाम मोर्चा के नेतृत्व में लखीसराय जिला समाहरणालय स्थित धरना स्थल पर एक दिवसीय धरना प्रदर्शन का आयोजन किया गया जिसका नेतृत्व सीपीएम लीडर मोती शाह ने की।
लखीसराय जिले के पिपरिया ग्राम पंचायत में बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में लगभग बाढ़ ग्रस्त इलाकों के सभी पीड़ितों को सरकार द्वारा राहत देने की घोषणा किया गया था लेकिन राहत सामग्री केवल कागजों पर बांटी गई इसी के खिलाफ आज लखीसराय जिला मुख्यालय के समक्ष आक्रोष पूर्ण धरना प्रदर्शन किया गया।

क्या है मामला

पिपरिया प्रखंड के लगभग 25 हजार बाढ़ प्रभावित परिवारों को बाढ़ राहत अनुदान राशि का भुगतान किये जाने की घोषणा किया गया । बाढ़ प्रभावित क्षेत्र का आकलन करने के बाद सीओ नीरज कुमार सिंह, एसडीएम मुरली प्रसाद सिंह एवं डीसीएलआर नीरज कुमार के द्वारा डाटाबेस तैयार करने को लेकर प्लान भी तैयार किया गया। सभी बाढ़ ग्रस्त क्षेत्र के परिवारों को छह हजार रुपए प्रति परिवार के दर से राशि का भुगतान सीधे खाता में राज्य मुख्यालय द्वारा भेजे जाने की बात की गई । एसडीएम, डीसीएलआर एवं सीओ के द्वारा बाढ़ प्रभावित क्षेत्र का दौरा कर बाढ़ से घिरे गांव परिवार का आकलन किया गया। लेकिन आज तक बाढ़ग्रस्त इलाके के पीड़ितों को लाभ नहीं मिल सका।

प्रशाासन के द्वारा सैदपुरा पंचायत के रहाटपुर, पूरा रामचंद्रपुर पंचायत, पिपरिया के बसौना, डीह पिपरिया, कन्हरपुर एवं पथुआ की आबादी का बाढ़ से पूण रूपेण प्रभावित माना गया है।
वलीपुर पंचायत के बाढ़ प्रभावित टोला एवं वार्ड को भी चिन्हित किया गया है। प्रशासनिक पदाधिकारियों ने कहा कि बाढ़ प्रभावित क्षेत्र में 90 फीसदी से ज्यादा किसानों का फसल बाढ़ से क्षतिग्रस्त हुआ है। फसल क्षति का मुआवजा कृषि विभाग के द्वारा किसानों को दिया जाएगा। डीएम के द्वारा कृषि विभाग को किसानों के फसल क्षति का डाटा बनाने का निर्देश दिया गया है। कटावरोधी कार्य का एसडीएम ने किया निरीक्षण: मुड़वरिया पुल से आगे मोड़ के पास सड़क में किऊल नदी द्वारा शुरू हुए कटाव को रोकने के लिए होने वाले कार्य को लेकर एसडीएम लगातार मानिटरिंग भी कर रहे थे।
उसके बाद भी पिपरिया पंचायत के बाढ़ प्रभावित लोगों को सरकारी सहायता की खानापूर्ति की गई।


बाईट... मोती साह..सीपीएम जिला सचिव

बाईट.. रौशन कुमार सिंह.. एस एफ आई, राज्य उपाध्यक्षConclusion:क्या है मामला

पिपरिया प्रखंड के लगभग 25 हजार बाढ़ प्रभावित परिवारों को बाढ़ राहत अनुदान राशि का भुगतान किये जाने की घोषणा किया गया । बाढ़ प्रभावित क्षेत्र का आकलन करने के बाद सीओ नीरज कुमार सिंह, एसडीएम मुरली प्रसाद सिंह एवं डीसीएलआर नीरज कुमार के द्वारा डाटाबेस तैयार करने को लेकर प्लान भी तैयार किया गया। सभी बाढ़ ग्रस्त क्षेत्र के परिवारों को छह हजार रुपए प्रति परिवार के दर से राशि का भुगतान सीधे खाता में राज्य मुख्यालय द्वारा भेजे जाने की बात की गई । एसडीएम, डीसीएलआर एवं सीओ के द्वारा बाढ़ प्रभावित क्षेत्र का दौरा कर बाढ़ से घिरे गांव परिवार का आकलन किया गया। लेकिन आज तक बाढ़ग्रस्त इलाके के पीड़ितों को लाभ नहीं मिल सका।

प्रशाासन के द्वारा सैदपुरा पंचायत के रहाटपुर, पूरा रामचंद्रपुर पंचायत, पिपरिया के बसौना, डीह पिपरिया, कन्हरपुर एवं पथुआ की आबादी का बाढ़ से पूण रूपेण प्रभावित माना गया है।
वलीपुर पंचायत के बाढ़ प्रभावित टोला एवं वार्ड को भी चिन्हित किया गया है। प्रशासनिक पदाधिकारियों ने कहा कि बाढ़ प्रभावित क्षेत्र में 90 फीसदी से ज्यादा किसानों का फसल बाढ़ से क्षतिग्रस्त हुआ है। फसल क्षति का मुआवजा कृषि विभाग के द्वारा किसानों को दिया जाएगा। डीएम के द्वारा कृषि विभाग को किसानों के फसल क्षति का डाटा बनाने का निर्देश दिया गया है। कटावरोधी कार्य का एसडीएम ने किया निरीक्षण: मुड़वरिया पुल से आगे मोड़ के पास सड़क में किऊल नदी द्वारा शुरू हुए कटाव को रोकने के लिए होने वाले कार्य को लेकर एसडीएम लगातार मानिटरिंग भी कर रहे थे।
उसके बाद भी पिपरिया पंचायत के बाढ़ प्रभावित लोगों को सरकारी सहायता की खानापूर्ति की गई।


बाईट... मोती साह..सीपीएम जिला सचिव

बाईट.. रौशन कुमार सिंह.. एस एफ आई, राज्य उपाध्यक्ष
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