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'कंगारू मदर केयर' से नवजात बच्चों में होता है मानसिक और शारीरिक विकास, लेकिन इस बात का रखें ख्याल

प्राकृतिक रूप से नवजात के सही शारीरिक और मानसिक विकास के लिए आजकल ज्यादातर चिकित्सक कंगारू मदर केयर को अपना रहे हैं. चिकित्सक मानते हैं कि यह प्रक्रिया ना सिर्फ मां और बच्चे के बीच के भावनात्मक संबंध को बढ़ाती है, बल्कि दोनों को कई प्रकार की समस्याओं से भी दूर रखती है.

Kangaroo Mother Care
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Published : Jan 27, 2021, 5:09 PM IST

Updated : Jan 27, 2021, 6:08 PM IST

लखीसराय: समय से पहले जन्म लेने वाले शिशु ना सिर्फ कम वजन के होते हैं, बल्कि ऐसे शिशु जन्म लेने बाद कई तरह की समस्याओं से घिर जाते हैं. ऐसे में खासकर कोविड 19 काल में इस तरह के शिशुओं का विशेष ख्याल रखना जरूरी है. इस तरह के बच्चे के मानसिक और शारीरिक विकास के लिए कंगारू मदर केयर तरीके को अपनाना सबसे आसान एवं बेहतर उपाय है. जिससे शिशु का बेहतर स्वास्थ्य सुनिश्चित किया जा सकता है.

मानसिक और शारीरिक विकास
जिला अपर मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी डॉ देवेन्द्र चौधरी ने बताया कि कंगारू मदर केयर बच्चों में मानसिक और शारीरिक विकास का निर्माण करने में काफी सहयोग करता है. बच्चा जब अपने मां के नजदीक रहता है तो वह खुदको तनावमुक्त महसूस करता है.

क्या है कंगारू मदर केयर
कंगारू मदर केयर एक ऐसा उपाय है, जो कम वजन के साथ जन्म लेने वाले शिशु के स्वास्थ में सुधार लाने के लिए अपनाया जाता है. इससे शिशु का वजन बढ़ता है. स्तनपान बेहतर होता है. बच्चे का तापमान सही रहता है और वह संक्रमण (इन्फेक्शन) से दूर रहता है. इस दौरान सिर्फ इस बात का ख्याल रखना है कि शिशु को कंगारू मदर केयर की सुविधा देने वाले स्वस्थ हों.

Kangaroo Mother Care
कंगारू मदर केयर से मां और बच्चे को होता है फायदा

यह भी पढ़ें- पटना: 94 हजार पदों के लिए शिक्षक बहाली की काउंसलिंग डेट हो सकती है जारी

इन बातों का रखें ख्याल

  • बच्चे को साफ हाथों से ही छुएं.
  • यदि मां बुखार, सर्दी या खांसी से पीड़ित हो तो शिशु को कंगारू मदर केयर नहीं दें.
  • घर का कोई भी स्वस्थ व्यक्ति नवजात को कंगारू मदर केयर प्रदान कर सकते हैं.

लखीसराय: समय से पहले जन्म लेने वाले शिशु ना सिर्फ कम वजन के होते हैं, बल्कि ऐसे शिशु जन्म लेने बाद कई तरह की समस्याओं से घिर जाते हैं. ऐसे में खासकर कोविड 19 काल में इस तरह के शिशुओं का विशेष ख्याल रखना जरूरी है. इस तरह के बच्चे के मानसिक और शारीरिक विकास के लिए कंगारू मदर केयर तरीके को अपनाना सबसे आसान एवं बेहतर उपाय है. जिससे शिशु का बेहतर स्वास्थ्य सुनिश्चित किया जा सकता है.

मानसिक और शारीरिक विकास
जिला अपर मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी डॉ देवेन्द्र चौधरी ने बताया कि कंगारू मदर केयर बच्चों में मानसिक और शारीरिक विकास का निर्माण करने में काफी सहयोग करता है. बच्चा जब अपने मां के नजदीक रहता है तो वह खुदको तनावमुक्त महसूस करता है.

क्या है कंगारू मदर केयर
कंगारू मदर केयर एक ऐसा उपाय है, जो कम वजन के साथ जन्म लेने वाले शिशु के स्वास्थ में सुधार लाने के लिए अपनाया जाता है. इससे शिशु का वजन बढ़ता है. स्तनपान बेहतर होता है. बच्चे का तापमान सही रहता है और वह संक्रमण (इन्फेक्शन) से दूर रहता है. इस दौरान सिर्फ इस बात का ख्याल रखना है कि शिशु को कंगारू मदर केयर की सुविधा देने वाले स्वस्थ हों.

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कंगारू मदर केयर से मां और बच्चे को होता है फायदा

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इन बातों का रखें ख्याल

  • बच्चे को साफ हाथों से ही छुएं.
  • यदि मां बुखार, सर्दी या खांसी से पीड़ित हो तो शिशु को कंगारू मदर केयर नहीं दें.
  • घर का कोई भी स्वस्थ व्यक्ति नवजात को कंगारू मदर केयर प्रदान कर सकते हैं.
Last Updated : Jan 27, 2021, 6:08 PM IST
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